मुआवजे की मांग का समर्थन करते हुए कुंडू बोले सरकार को अन्नदाताओं की कोई परवाह नहीं
बास के लोगों की भावना का ख्याल करते हुए नगर पालिका का निर्णय वापस लेकर ग्राम पंचायत बहाल करे सरकार : कुंडू

नारनौंद / खेड़ी चौपटा, 4 अप्रैल : जनसेवक मंच संयोजक एवं महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू आज खेड़ी चौपटा में मुआवजे की मांग को लेकर चल रहे किसानों के धरने तथा गांव बास में नगर पालिका के विरोध में चल रहे ग्रामीणों के धरनों पर अपना समर्थन देने पहुंचे। खेड़ी चौपटा उप-तहसील परिसर में धरने पर बैठे किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने प्रदेश को भ्रष्टाचार में नंबर एक पर लाकर खड़ा कर दिया है और किसान-मजदूर और कमेरे वर्ग को लावारिस बनाकर सड़कों पर उतरने को मजबूर कर दिया है। लोकतंत्र में इस तरह का व्यवहार कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि मुआवजे के लिए तहसील को ताला लगाकर किसान 20 दिन से धरने पर बैठे हैं लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। इस संघर्ष को हमें याद रखना होगा और आने वाले वक्त में उन सभी नेताओं को सबक सिखाना पड़ेगा जिनकी वजह से आज किसान-मजदूर सड़कों पर आ खड़ा हुआ है। कुंडू ने किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि आपकी मांगें पूरी तरह जायज हैं और मेरा पूरा प्रयास रहेगा कि सरकार के सामने आपकी मांगों की मजबूती से पैरवी करके इन्हें मनवाया जाए।

इससे पूर्व विधायक बलराज कुंडू आज बास नगर पालिका को रद्द करवाने की मांग को लेकर चल रहे ग्रामीणों के धरने को अपना समर्थन देने के लिए बास अनाज मंडी में पहुंचे। कुंडू ने कहा कि आप लोगों की मांग बिलकुल जायज है और मेरा मानना है कि जनभावनाओं को देखते हुए सरकार को तुरन्त अपना निर्णय वापस लेते हुए ग्राम पंचायत का दर्जा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आप लोगों की इस मांग को सरकार के संज्ञान में लाकर आपकी मांगों को मनवाने के मैं अपने स्तर पर पूरे प्रयास करूंगा। बताते चलें कि गांव बास के ग्रामीण कई दिनों से नगर पालिका बनाये जाने के खिलाफ अनाज मंडी में धरने पर बैठे हैं लेकिन लोगों की कोई सुनवाई नहीं हो रही।

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