डॉटर ऑफ महेंद्रगढ़ के रूप में पहचान बना चुकी डॉक्टर अनुकृति ने विश्व में जमाई अपनी धाक

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं। दक्षिण हरियाणा के रेगिस्तानी इलाके में जन्मी अनुकृति वर्तमान में प्रदेश की बेटियों के लिए अनुकरणीय बनी हुई हैं। लैंगिक समानता, विश्व में महिलाओं की आर्थिक स्थिति, महिलाओं की अशिक्षा और पिछड़ापन, बाल-कुपोषण पर अनुकृति ने कड़ी मेहनत कर बड़ा मुकाम हासिल किया है। 23 अक्टूबर 1981 को नारनौल में जन्मी तथा हिसार में पली-बढ़ी डा. एस अनुकृति ने अपने देश का भी नाम विश्व में रोशन किया है। वर्तमान में विश्वबैंक, वाशिगटन (अमेरिका) में बतौर अर्थशास्त्री कार्य कर रही हैं। इसके साथ ही अनुकृति ने विश्व की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने वाली इस सर्वोच्च बैंकिग संस्था की दस सदस्यीय मानव संसाधन समिति की सदस्य बनकर गौरव हासिल कर चुकी हैं। सात वर्षों तक बीसी यूनिवर्सिटी बोस्टन (अमेरिका) में अर्थशास्त्र की प्रोफेसर रही अनुकृति के पति सिद्धार्थ रामलिगम पहले से ही विश्व बैंक में सलाहकार के पद पर कार्यरत हैं।

डा. एस अनुकृति नारनौल निवासी वरिष्ठ साहित्यकार और शिक्षाविद डा. रामनिवास ‘मानव’ तथा अर्थशास्त्र की पूर्व प्रवक्ता डा. कांता भारती की बेटी हैं। विशिष्ट प्रतिभा की धनी अनुकृति की उपलब्धियां विश्व स्तर की हैं। दिल्ली के सेंट स्टीफेन्स कॉलेज से बीए इकानामिक्स (आनर्स) और दिल्ली स्कूल आफ इकोनामिक्स से एमए (अर्थशास्त्र) करने के उपरांत कोलंबिया विश्वविद्यालय मैनहैट्टन (अमेरिका) से एमए (अर्थशास्त्र), एमफिल और पीएचडी की तीन उपाधियां एक साथ प्राप्त कीं। उनका चयन रोचेस्टर, ब्राउन, विसकोंसिन मेडीसिन, कोलंबिया, न्यूयार्क और मेरीलैंड सहित अमेरिका के छह प्रमुख विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए हो चुका है। अनुकृति अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, स्वीडन, आस्ट्रेलिया, भारत और कतर सहित सात देशों के सत्रह विश्वविद्यालयों तथा समतुल्य संस्थानों में सर्विस के लिए चयनित हो चुकी हैं।

वह अपनी शिक्षा के दौरान भारत सरकार का नेशनल अवार्ड, अमेरिका की जीई कैपिटल स्कॉलरशिप, विकरी और हैरिस अवार्ड तथा कोलंबिया विश्वविद्यालय की करोड़ों की स्कॉलरशिप प्राप्त कर चुकी हैं। अनुकृति को व‌र्ल्ड इकानामेट्रिक सोसाइटी का प्रथम यंग रिसर्चर अवार्ड मिल चुका है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, बोस्टन (अमेरिका) की फैलो रह चुकी अनुकृति वर्तमान में कोलंबिया यूनिवर्सिटी, मैनहैट्टन (अमेरिका) की फैलो इंस्टीट्यूट लेबर इकानामिक्स, बोन (जर्मनी) की रिसर्च एफिलिएट हैं।

भारत और अमेरिका के अतिरिक्त कनाडा, पेरू, पोर्टोरिको, बरमूडा, ब्रिटेन, स्पेन, जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन, चीन, हांगकांग, सिगापुर, केन्या और इथोपिया सहित लगभग बीस देशों की यात्रा कर चुकी हैं। अनुकृति डेवलपमेंट इकानामिक्स की विशेषज्ञ हैं तथा 14 वर्ष पूर्व विश्वबैंक की सलाहकार रहते हुए, लैंगिक समानता, विश्व में महिलाओं की आर्थिक स्थिति, महिलाओं की अशिक्षा और पिछड़ापन, बाल-कुपोषण आदि अनेक विषयों पर कार्य कर चुकी हैं। डा. एस अनुकृति एक अच्छी लेखिका भी हैं। देश-विदेश की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में इनके लेख तो प्रकाशित होते ही रहते हैं, वर्ष 1999 में उनका एक बालकाव्य संग्रह ‘फुलवारी के फूल’ भी प्रकाशित हो चुका है। 2018 में ‘डाटर आफ महेंद्रगढ़’ नाम से बनी वीडियो फिल्म में भी इनका जीवन-परिचय शामिल किया गया था।

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