सोहना बाबू सिंगला सोहना स्थित दी सोहना प्राथमिक कृषि सहकारी समिति लिमिटेड अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा है। समिति में स्टाफ का टोटा है। जिसका करीब सवा पांच करोड़ रुपये की राशि लोगों के जिम्मे वर्षों से बकाया है। जिसकी अदायगी लोगों ने आज तक भी नहीं की है। हालांकि विभाग इस वर्ष 85 प्रतिशत वसूली का दावा कर रहा है। जबकि असलियत इससे परे है। सोहना में वर्षों से स्थापित दी सोहना प्राथमिक कृषि सहकारी समिति घिसट घिसट कर चल रही है। उक्त समिति के पदाधिकारियों का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है। समिति में कुल 5355 सदस्य हैं। जिनको समिति नियम अनुसार लोन व खाद बीज प्रदान करती है। जिसमें किसानों को एक लाख व दुकानदार सदस्यों को 10 हजार रुपये का लोन दिया जाता है। जो वर्तमान में बिना ब्याज के प्रदान किया जाता है। समिति का करीब सवा पाँच करोड़ रुपये ऋण धारकों के जिम्मे बकाया है। जिसमें 477 लाख 24 हजार 688 रुपये 1231 सदस्यों पर जुलाई 2021 से बाकी है। जबकि 42 लाख 70 हजार 565 रुपये 154 सदस्यों पर कई वर्षों से बकाया चल रही है। जिसकी अदायगी ऐसे लोगों ने आजतक भी नहीं कि है। जबकि समिति 85 प्रतिशत वसूली की बात दोहराती है। ऐसे मिलता है लोन समिति सदस्यों को समिति नियम अनुसार लोन दिया जाता है। किसानों को एक लाख रुपये की सीमा निर्धारित है। जो बिना ब्याज दिया जाता है। समिति को 3 प्रतिशत केंद्र व 4 प्रतिशत राज्य से ब्याज प्राप्त होता है। किसानों को 75 हजार रुपये नकद व 25 हजार रुपये की खाद व बीज दिया जाता है। स्टाफ का टोटा समिति में वर्षों से स्टाफ का टोटा है। उक्त समिति के अंतर्गत 5 सेल पॉइंट आते हैं। जिसमें अलीपुर, साँप की नंगली, सोहना, खाइका, खेड़ला शामिल हैं। जिनमें स्टाफ की भारी कमी है। समिति में मात्र 3 सेलमेन हैं। जो समिति का समस्त कार्य को निभा रहे हैं। चुनावों में मनमानी समिति का चुनाव हर 5 वर्ष में होता है। जिसमें एक चैयरमेन, एक उप चैयरमेन व 8 सदस्य होते हैं। किंतु आरोप है कि समिति चुनाव की अधिसूचना सदस्यों को नहीं देती है। तथा अपनी मनमर्जी चलकर चुनावों को सम्पन्न करा देती है। तथा अंदरूनी रूप से सभी प्रक्रिया बोगस तैयार करके चुनाव कर देती है। जिससे समिति सदस्य काफी नाराज हैं। ऐसे लोगों ने अदालत का दरवाजा खटखटाने को कहा है। क्या कहते हैं अधिकारी समिति में तैनात जय भगवान,रामबीर सिंह ने बताया कि समिति में कई वर्षों से स्टाफ की कमी है। जिससे कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इसके अलावा इस बार समिति ने रिकॉर्ड 85 प्रतिशत की वसूली की है। Post navigation सोहना अनाज मंडी में सुविधाओं का अभाव, अधिकारी बेपरवाह सोहना नगरपरिषद ने खर्च किये करोड़ों………… नहीं हो सकी पानी निकासी