… मंदिर में 90 वर्षीय पुजारी की हत्या किया जाना अबूझ पहेली !

90 वर्षीय वृद्ध पुजारी की मंदिर में गला रेत कर की गई हत्या.
हत्या की यह वारदात पिंजन वाला मंदिर में गांव कदरपुर की.
बीते करीब 40 वर्ष से यहां मंदिर में ही रह रहे थे व्योेवृद्ध पुजारी.
पुजारी की निर्मम हत्या को लेकर ग्रामीणों-श्रद्धालुओं में बना रोष.
मृतक 90 वर्षीय पुजारी गोविंद दास उत्तराखंड के निवासी बताये गए

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम । मंदिर में रह रहे वृद्ध पुजारी की गला रेत कर की गई निर्मम हत्या अबूझ पहेली से कम नहीं है। क्योंकि हत्यारे मंदिर से किसी भी प्रकार का न तो सामान ले गए और न ही नकदी अथवा पैसे की चोरी की गई । ऐसे में सवाल सहित जिज्ञासा बनना स्वाभाविक बात है कि आखिर 90 वर्षीय वृद्ध पुजारी गोविंद दास की हत्या क्यों और किसके द्वारा की गई। मंदिर में पुजारी की निर्मम हत्या की घटना को लेकर श्रद्धालुओं और भक्तों में गहरा रोष बना दिखाई दे रहा है । मंदिर में पुजारी की हत्या की घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची । इसके साथ ही हत्यारों की पहचान और तलाश के लिए खोजी कुत्ते की भी मदद ली गई तथा फॉरेंसिक एक्सपर्ट टीम के द्वारा भी घटनास्थल का मुआयना किया गया । पुलिस इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिर वृद्ध पुजारी की हत्या किस वजह से और किसके द्वारा की गई ।

जानकारी के मुताबिक के जिला के गांव कदरपुर इलाके में पिंजन वाला मंदिर है । यहीं पर ही बीते करीब 40 वर्षों से पुजारी गोविंद दास रह रहे थे । पुजारी गोविंद दास की उम्र ग्रामीणों के मुताबिक करीब 90 वर्ष हो चुकी थी । गांव कदरपुर के ही रहने वाले महेश दायमा ने मंदिर में 90 वर्षीय पुजारी-साधु की निर्मम हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की है । उन्होंने कहा है कि हत्या के इस पूरे मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए। आखिर ऐसे क्या कारण रहे हैं कि 90 वर्षीय वृद्ध पुजारी की गला रेत कर बेरहमी से हत्या की गई । उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग भी की है कि जिसके द्वारा भी इस निर्मम हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया, उनकी जल्द से जल्द पहचान कर गिरफ्तार किया जाए।

धर्मवीर डागर के मुताबिक वह प्रतिदिन की तरह से बुधवार प्रातः मंदिर में पुजारी गोविंद दास को चाय देने के लिए आया था। मंदिर और पुजारी के प्रति उसकी वर्षों से अगाध श्रद्धा बनी हुई है । बीते कुछ दिनों से मंदिर में वृद्ध पुजारी गोविंद दास का सेवक नहीं होने की वजह से वह प्रतिदिन चाय देने के लिए आता है। बुधवार प्रातः के समय मंदिर परिसर में पहुंचने पर पुजारी बाबा का नाम लेकर कई आवाज लगाई, जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो पुजारी के कमरे में जाकर देखा तब भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। जैसे ही पुजारी के ऊपर डाला गया कपड़ा हटाया तो पुजारी का गला रेता हुआ था। इसके बाद में इस घटना की ग्रामीणों सहित पुलिस प्रशासन को जानकारी दी गई । पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो देखा कि पुजारी मृत अवस्था में लहूलुहान पड़े हुए थे और उनकी गर्दन पर तेजधार हथियार के निशान देखे गए।

जैसे ही ग्रामीणों के बीच मंदिर में वृद्ध पुजारी की निर्मम हत्या किया जाने की जानकारी पहुंची तो महिलाओं सहित बड़ी संख्या में पुरुष और युवा भी मंदिर परिसर में पहुंच गए । सभी के बीच एक ही बात को लेकर चर्चा थी कि आखिर ऐसा क्या कारण रहा जिसको लेकर 90 वर्षीय वृद्ध पुजारी की हत्या कर दी गई ? ग्रामीणों की माने तो वृद्ध पुजारी गोविंद दास बीते काफी दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। यही कारण था कि वह बिस्तर पर ही लेटे रहते थे । पुलिस की माने तो प्रारंभिक जांच में यही लग रहा है कि हत्या की वारदात को मंदिर में लूटपाट के इरादे से अंजाम नहीं दिया गया । क्योंकि हत्यारों के द्वारा मंदिर में किसी भी प्रकार का सामान अथवा नकदी की चोरी नहीं की गई है । इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि हत्यारों के द्वारा वृद्ध पुजारी की हत्या की वारदात को रात के अंधेरे में या फिर दिन निकलने से पहले अंजाम दिया गया । फिलहाल पुलिस पिजन वाला मंदिर में 90 वर्षीय पुजारी गोविंद दास की हत्या की जांच विभिन्न एंगल को ध्यान में रखकर कर रही है।

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