गुरूग्राम पुलिस और सीएम फ्लाइंग स्कावड की संयुक्त कार्रवाही.
फर्जी काल सेंटर से 24 को दबोचा और ढ़ाई लाख रूपए बरामद
नारकोटिक्स, कनाडियन इंटेलिगेन्स सर्विस एजेंसी के बताते अधिकारी
अमेरिका व कनाडा मूल के नाकरिकों को बनाते थे अपना शिकार

फतह सिंह उजाला

गुरूग्राम । अपने आपको फाइनेंसियल क्राइम यूनिट, ब्यूरों ऑफ नारकोटिक्स, कनाडियन इंटेलिगेन्स सर्विस आदि एजेंसियो के अधिकारी बताकर अमेरिका व कनाडा मूल के नाकरिकों वाईस मेल/पॉपउप भेजकर शोसल इंशोरेंस नंबर व माइक्रो टैक सर्पोट देने के नाम पर तथा मादक पदार्थाे की तस्करी, मनी लोंडरींग व पहचान छुपाने वाले अपराधों में लिप्त होना बतलाकर अवैध वसूली करने वाले फर्जी कॉल सैन्टर का थाना डी.एल.एफ. फेस-2, गुरुग्राम पुलिस की अलग-अलग पुलिस टीमों तथा सीएम फ्लाइंग स्कवाड की टीमों ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए भन्डाफोङ किया है। फर्जी कॉल सैन्टर से कॉल सैन्टर के मालिक/संचालक सहित कुल 24 आरोपियों (10 महिलाएं व 14 युवकों) को भी मौके से ही काबू किया गया है। पुलिस टीम द्वारा कॉल सैन्टर से दो सी.पी.यू., दो मोबाईल फोन व ढ़ाई लाख रुपयों की नगदी भी बरामद की गई है।’ डीसीपी हैड क्क्वार्टर आस्था मोदी व डीसीपी ईस्ट वीरेंद्र विज गुरुग्राम द्वारा गुरुग्राम में चल रहे फर्जी कॉल सैन्टरों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही करने के दिशा-निर्देश/आदेश जारी किए गए हैं। जिनके परिणामस्वरुप गुरुग्राम पुलिस द्वारा इसी माह में एक और दूसरे फर्जी कॉल सैन्टर का फन्डाफोङ किया गया। इससे पहले गुरुग्राम पुलिस द्वारा 11. मार्च को उद्योग विहार में ऑनलाईन चाईनीज एप के माध्यम दिए गए लोन की रिकवरी की एवेज में न्यूड फोटो के साथ मोर्फ करके अवैध वसूली करने वाले फर्जी कॉल सैन्टर का फन्डाफोङ करते हुए 27 युवकों व 09 महिला आरोपियों सहित कुल 38 आरोपियों को काबू किया गया था।  

25/26. मार्च रात को किया भंडाफोड़
इसी कङी में काम 25/26. मार्च रात को सीएम फ्लाइंग स्कावड टीम को एक सूचना ग्राउंड फ्लोर प्लॉट संख्या-09 गली नंबर-11,एम ब्लॉक, डीएलएफ -फेस-2, गुरुग्राम पर उमेश यादव उर्फ ओम्मी, माणिक, एसस्ले द्वारा एक फर्जी कॉल सैन्टर चलाकर अपने कॉल सैन्टर के कर्मचारियों के साथ मिलकर कनाडा के नागरिकों को कम्प्युटर द्वारा वाईस मेल/पॉपउप भेजकर शोसल इंशोरेंस नंबर व माइक्रो टैक सर्पोट देने के नाम पर पैसा वसूल करने व कॉल सेंटर के कर्मचारी स्वंय को कनाडा बार्डर सर्विस एजेंसी के बताते है व फाइनेंसियल क्राइम यूनिट, ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स, कनाडियन इंटेलिगेन्स सर्विस आदि एजेंसियों से बोलना बताते हए उन्हें मादक पदार्थाे की तस्करी, मनी लोंडरींग व पहचान छुपाने वाले अपराधों में लिप्त होना बतलाकर अवैध वसूली करने के सम्बन्ध में प्राप्त हुई। सुचना को सहायक पुलिस आयुक्त डी.एल.एफ. व निरीक्षक पवन कुमार, प्रबन्धक थाना डी.एल.एफ फेस-2, गुरुग्राम के साथ सांझा किया गया और थाना डी.एल.एफ. फेस-2, थाना साईबर अपराध के पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को लेकर उक्त कॉल सैन्टर को पकङने के लिए एक रेडिंग टीम तैयार की गई।

ठगी का सारा जुगाड़ कम्पयूटर में इंस्टाल
उप-निरीक्षक मदन, उप-निरीक्षक सतेन्द्र, सीएम फ्लाइंग स्कवाड गुरुग्राम, थाना डी.एल.एफ. फेस-2, थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम की संयुक्त टीमों ने प्राप्त उपरोक्त सूचना पर तत्परता से कार्यवाही करते हुए श्री संजीव बल्हारा, सहायक पुलिस आयुक्त, डी.एल.एफ़, गुरुग्राम तथा इंद्रजीत, डीएसपी सीएम फ्लाइंग स्क्वार्डन, गुरुग्राम के दिशा-निर्देश अनुसार रेड की गई, जहां पर कॉल सेंटर का स्टॉफ कम्पयुटर पर कानों में ईयर फोन लगाकर डायलर के द्वारा अग्रेंजी भाषा में लोगों से बातचीत करते मिले। कम्प्युटर को चेक करने पर उनमें एक्स-लाइट, टीम वीवर, लान मैसेंजर, अल्टरा वीवर वीकेएफएन सोफ्ट वेेयर इन्स्टाल पाए गए। कॉल सैन्टर में बने केबिन में ’उमेश यादव पुत्र सुमेर सिंह यादव निवासी मकान संख्या-27, सैक्टर-07, गुरुग्राम’ हाजिर मिला, जिसने पूछताछ पर अपने आपको कॉल सेंटर का मालिक बतया। टीम द्वारा ’कॉल सैंटर के मालिक उमेश यादव’ से डोट लाइसेंस कम्पनी का रजिस्ट्रैशन, मोड आफफ पेमेंट, सोर्स आफ कस्मर, डाटा और कस्टटममर एग्रीमेंट लीज लाईन किस उद्देश्य से ली गई, का रिकार्ड पेश करने के लिए कहा तो वह कोई दस्तावेज पेश नही कर पाया। उपरोक्त कॉल सैन्टर के मालिक द्वारा अपने कर्मचारियों के साथ मिलकर फर्जी कॉल सैंटर चलाकर तथा यूएसए-कनाडा मूल के नागरिकों से धोखाधडी से पैसा ऐंठकर/वसूल करने के मामले में भादस की धारा 384, 420, 120बी 66डी, 75 आईटी एक्ट के तहत अपराध किया जाने पर आरोपियों के खिलाफ थाना डी.एल.एफ. फेस-2, गुरुग्राम में नियमानुसार अभियोग अंकित किया गया व ’कॉल सैन्टर के मालिक उमेश यादव उपरोक्त सहित कॉल सैन्टर पर काल करने वाले कुल 24 आरोपियों (10 महिलाएं तथा 14 युवकों) को पुलिस टीम द्वारा काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।’  

कॉल सैन्टर मालिक उमेश 12वीं पास
आरोपी उमेश (कॉल सैन्टर का मालिक) उपरोक्त ने पुलिस पूछताछ में बतलाया कि यह 12वीं पास है और एक अन्य व्यक्ति द्वारा मद्द दी जाती है तथा इसकी एवेज मे यह उनको वट्सअप काल के माध्यम से संपर्क करके अलग-अलग जगह मिल कर उन्हें पैसे नकद देता था। कॉल सेंटर में लैंड होने वाली कॉल को इसके कॉल सेंटर मे काम करने वाले लड़के तथा लडकिया अटैंडं करते थे तथा खुद को माइक्रोसॉफ्ट का कर्मचारी बताकर उनके कंप्यूटर में आई खराबी को ठीक करने के लिए उनके कंप्यूटर में टीम वीवर इंस्टाल करवाकर उनका सक्रीन एक्सेस लेकर उनका कंप्यूटर ठीक करने के नाम पर उनको पैसे देने के लिए तैयार करके आगे कॉल को सुपरवाइजर मानिक, इशप्रीत, जोयदीप तथा एशले को ट्रान्सफर कर देते थे । इसके अलावा आउट बैंड कॉल के माध्यम से कनाडा के नागरिकों को सिन नंबर के नाम अपर मनी लोंडरींग के केस के गिरफ्तारी वारंट केंसिल करने के नाम पर भय/डर पैदा करके गिफ्ट कार्ड खरीदने के लिए तैयार करके कॉल सुपरवाइजर को ट्रांसफर कर देते थे। इसके बाद सुपरवाइजर उन ग्राहको से 500 से 1000 डॉलर तक के गिफ्ट कार्ड खरीदवा कर इनको दे देते थे। जिनको यह वटसअप पर बने हुये ग्रुप यूएस के नाम से में भेज देता था। इसके बाद उस ग्रुप के मेम्बर $1(740)704-5625 तथा 9717227604 अपने हिस्से का 25 फीसदी हिस्सा रख कर वटसअप के माध्यम से इसके मैनेजर कंवर सिंह से संपर्क करके बाकी पैसे उसको दे देते थे जो बाद में इसका मैनेजर इसको दे देता था।  ’यह धंधा इस कॉल सैन्टर को पिछले 06 महिनों से चला रहा था।’

ढाई लाख व अन्य सामान बरामद
पुलिस टीम द्वारा कॉल सेंटर मे लगे हुये डैस्कटॉप/डिवाइस को चौक किया गया तो उन पर एक्स-लाइट सॉफटवेयर का इनबॉड-आउटबॉड कॉल के लिए इस्तेमाल होना पाया गया। ’आरोपी उमेश यादव से मौका पर चल रहे कॉल सैंटर में विदेशी नागरिकों से धोखाधड़ी करके ऐठी गई राशि मे से 2,50,000/- रुपये (दो लाख पचास हजार) नकद, 01 सीपीयू डेल तथा एक सीपीयू लिनोवा तथा 02 मोबाईल फोन (01 आईफोन 12 प्रो मैक्स व 01 सेमसंग) बरामद’ करके पुलिस कब्जा में लिया गया। आरोपियों द्वारा दी गई वारदातों का रिकार्ड तथा इनके द्वारा ठगी/वसूली गई राशि का रिकॉर्ड, इनके बैंक डिटेल्स तथा अन्य साथी आरोपियों के बारे में गहनतापूर्वक पूछताछ की जा रही है। Attachments area

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