– परियोजना के तहत चार्जिंग स्टेशन बढ़ाने व पुराने डीजल ऑटो को ई-ऑटो में बदलने की दिशा में तेजी से कार्य करने के दिए निर्देश

गुरूग्राम, 21 मार्च। सरकारी के महत्वपूर्ण प्रोजैक्ट ई-परिर्वतन को गुरूग्राम में प्रभावी रूप से लागू करने को लेकर नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने सोमवार को अपने कार्यालय में संबंधित अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की। बैठक में उन्होंने विशेष रूप से चार्जिंग स्टेशन बढ़ाने व पुराने डीजल ऑटो को ई-ऑटो में बदलने की दिशा में तेजी से कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

बैठक में अधिकारियों ने बताया कि परियोजना के तहत 10 मार्च को आयोजित किए गए विशेष कैंप में ऑटो चालकों की उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई। परिणाम स्वरूप अब तक 380 व्यक्तियों से आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जिनकी दस्तावेजी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। उक्त सभी व्यक्तियों को सिंगल विंडो पर नियुक्त कर्मचारियों द्वारा टेलीफोन के माध्यम से संपर्क किया जा रहा है। इसके अलावा, कुछ व्यक्ति ई-ऑटो निर्माताओं से भी सीधे संपर्क कर रहे हैं। बैठक में बताया गया कि अधिकतर लोग बड़े ऑटो रिक्शा अर्थात एल-5 के लिए इच्छुक हैं।

निगमायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि उक्त 380 व्यक्तियों की सूची ई-ऑटो कंपनियों के साथ सांझा करें, ताकि वे भी अपने स्तर पर इनसे संपर्क कर सकें। साथ ही सिंगल विंडो के कर्मचारियों को डोर स्टैप कागजी कार्रवाई पूरी करने के लिए लगाएं, ताकि इच्छुक व्यक्तियों को और अधिक सहूलियत मिले। उन्होंने बैठक में उपस्थित लीड बैंक मैनेजर से कहा कि वे लोन प्रक्रिया के लिए एक नोडल अधिकारी बनाएं, ताकि सरल तरीके से लोन प्रक्रिया पूरी की जा सके। निमायुक्त ने कहा कि ई-ऑटो निर्माता कंपनियां सभी ऑटो स्टैंड पर एक-एक करके अपना कैंप लगाएं तथा ऑटो चालकों को प्रेरित करें तथा डेमो व्हीकल अपने साथ रखें।

चार्जिंग स्टेशनों की समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने कहा कि नगर निगम गुरूग्राम द्वारा सैक्टर-29 फायर स्टेशन व सैक्टर-27 सामुदायिक केन्द्र में स्थापित चार्जिंग स्टेशनों के संचालन एवं रख-रखाव की जिम्मेदारी स्मार्ट-ई संभाले। सैक्टर-42 निगम कार्यालय में स्थापित चार्जिंग स्टेशन के संचालन एवं रख-रखाव की जिम्मेदारी विक्ट्री द्वारा पहले से ही की जा रही है। इन तीनों चार्जिंग स्टेशनों पर 30 अप्रैल तक फ्री चार्जिंग की सुविधा है। उन्होंने अन्य स्थानों पर भी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए जगहों की पहचान करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

बैठक में डीसीपी ट्रैफिक रविन्द्र तोमर ने सुझाव दिया कि एचएसवीपी व एचएसआईआईडीसी की पार्किंग साईटों पर भी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करवाने की दिशा में कार्य किया जा सकता है। इसके अलावा, मॉल्स व कमर्शियल भवनों, पैट्रोल पंप व ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनियों के पास भी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करवाने की दिशा में कार्य किया जाएगा। निगमायुक्त ने इस बारे में संबंधित अधिकारियों को उक्त सभी के साथ बैठक करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों की पालना में 1 अप्रैल से 10 वर्ष पुराने डीजल वाहन व 15 वर्ष पुराने पैट्रोल वाहनों के चलने पर मनाही है। इसे सख्ती से लागू किया जाएगा।

बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त डा. वैशाली शर्मा, डीसीपी ट्रैफिक रविन्द्र तोमर, संयुक्त आयुक्त संजीव सिंगला, डीआरओ विजय यादव, लीड बैंक मैनेजर पीके गोदारा, कार्यकारी अभियंता देवेन्द्र भड़ाना, कंसलटैंट चाहत सांघवी सहित स्मार्ट-ई व विक्ट्री के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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