तरविंदर सैनी (माईकल) वार्ड संयोजक आम आदमी पार्टी गुरुग्राम का कहना है कि महज कहने भर को मिलेनियम सिटी हैं गुरुग्राम जब्कि धरातल पर इससे अधिक मलिन शहर नजर नहीं आता है , जिसका प्रमुख कारण है सरकार का उदासीन रवैय्या और अधिकारियों का गैरजिम्मेदाराना व्यवहार जिनकी बदइंतजामी की बदौलत शहर का वातावरण सांस लेने योग्य भी नहीं बचा और शायद इसी कारण से यहाँ पर कोरोना संक्रमितों की संख्या अधिक रही थी । करोड़ों लोगों का आवागमन और लाखों लोगों की बसापत हो जहाँ वहाँ किसी भी विकास कार्य को करना सरल नहीं होता है तमाम चुनोतियों का सामना करना पड़ता है मगर फिर भी वैकल्पिक व्यवस्थाए करके योजनाओं को पूर्ण किया जाना चाहिए था जो नहीं किया गया लापरवाही बरती गई पैसा कमाने के चक्कर में धड़ाधड़ टेंडर जारी कर दिए गए और पूरे शहर को चारों ओर से खोद डाला गया नतीजतन सड़कों किनारे पड़े मिट्टी और मलबे के ढेरों पर से भारी संख्या में वाहनों का आवागमन होता है जो यातायात पुलिस के लिए पहले से ही बड़ी समस्या बना हुआ था अर्थात उनके लिए वैकल्पिक मार्ग नहीं बना पाना और समय सीमा में कार्य पूर्ण नहीं हो पाना भी इस प्रदूषण की मुख्य वजह माना जा सकता है ! खैर…… बात सौंदर्यीकरण की करें तो उसके नाम पर भी प्रतिवर्ष कई सौ करोड़ रुपए लुटाए जाते हैं नंम्बर वन बनाने के लिए तमाम सर्वेक्षण एजेंसियों से करार किए जाते हैं परन्तु नतीजा वही ढाक के तीन पात वाला , कचरा प्रबंधन गलत कम्पनी के हाथों में होने से ठीक से उठान नहीं होना #वही बदबूदार वातावरण मच्छर मक्खियों से बीमारियां ऊपर से यह जानलेवा धूल का गुब्बार । Post navigation कवियों ने कविताओं से बताया कितना मजबूत हो गया है अपना भारत अपहरण के कुछ ही घंटों बाद चार वर्ष का बच्चा बरामद