कादीपुर इंडस्ट्रियल एरिया का है मामला
इंडस्ट्री के प्लाट मालिकों का है आरोप
बीते कई सालों से नगर निगम से मांग रहे है सुविधाएं
10 सालों में नगर निगम ने सड़क पानी और सीवर की व्यवस्था नहीं दी
इंडस्ट्री मालिकों का कहना है कि वह सभी तरह के टैक्स दे रहे हैं, फिर भी परेशान है

गुड़गांव 19 मार्च – टैक्स वसूली के लिए बिल भेजने और नोटिस भेजने में नगर निगम गुरुग्राम सबसे आगे दिखाई पड़ रहा है। नगर निगम गुड़गांव कई ऐसे नोटिस और बिल उन प्लाट मालिकों को भी भेज रहा है जो परिस्थिति के हिसाब से टैक्स देने के दायरे से बाहर हैं। ऐसा मामला कादीपुर इंडस्ट्रियल एरिया का आया है। यहां सैकड़ों प्लाट मालिक ऐसे हैं जिन्होंने अपना लघु उद्योग शुरू किया है। अपने उद्योग से संबंधित वह सभी टैक्स समय पर जीएसटी के रूप में अदा कर रहे हैं। टैक्स देने के बावजूद भी वह लगातार पिछले 10 सालों से मांग कर रहे हैं कि कादीपुर इंडस्ट्री एरिया की सड़के नवनिर्मित की जाए, सीवर की लाइन और पानी की लाइन बिछाई जाए, लेकिन नगर निगम ने यह सुविधाएं देने से पहले ही सभी प्लाट मालिकों को 1 साल का बकाया सीवर और पानी का बिल करीब 32/32 हजार या उससे भी अधिक भेज दिया है। जिसके बाद से ही इंडस्ट्री के मालिक हैरान है। हैरानी इस बात की है कि जब नगर निगम ने पानी की लाइन और सीवर की लाइन ही नहीं बिछाई तो बिल किस बात का थमा दिया। यह तो मुसद्दीलाल वाले सीरियल का हाल हो गया है। फोन लगाया नहीं फिर भी बिल आ गया।

इस संदर्भ में कादीपुर इंडस्ट्री क्षेत्र के प्लाट धारक पंकज डावर ने बताया कि यहां क्षेत्र के सभी इंडस्ट्री मालिकों को इसी तरह का बिल थमाया गया है। उनकी मांग है कि पहले कादीपुर इंडस्ट्रियल एरिया यहां की सड़कों को बनाएं और पानी और सीवर लाइन की व्यवस्था दें फिर बिल भेजें वे सभी बिल देने के लिए तैयार है। आखिर बिजली इस्तेमाल करते हैं तो बिजली का बिल तो देते ही हैं, जब पानी इस्तेमाल करेंगे तो पानी का भी बिल देंगे, लेकिन अभी तो सभी इंडस्ट्री वाले पानी खरीद रहे हैं फिर नगर निगम को पानी का बिल क्यों दें। इस संदर्भ में जल्द ही कादीपुर इंडस्ट्री के लोग निगमायुक्त से मिलेंगे और नगर निगम द्वारा भेजे गए संबंधित बिल को माफ करने की मांग करने के साथ-साथ क्षेत्र की सड़कों के निर्माण और सीवर लाइन तथा पानी की लाइनें डालने की मांग करेंगे।

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