बजट की बैठक में पार्षद रमा राठी ने इकोग्रीन को दिए जा रहे फरीदाबाद कूड़े उठान के पैसे पर उठाए सवाल, निगम आयुक्त ने कहा कि उपर से आदेश है ये तो देने है। 
बजट में कई हेड में अनावश्यक आय प्रस्तावित, बीते बजट में पांच हेड में 1068 करोड़ रुपये प्रस्तावित थी लेकिन एक रुपया नहीं मिला, इस बार फिर 550 करोड़ प्रस्तावित किए
बिना कोई सवाल-जवाब के बैठक में बजट पास कर दिया। बिना किसी विश्लेषण के महज बजट में फिगर कॉपी-पेस्ट की जाती है।

गुरुग्राम – शुक्रवार को नगर निगम की बजट बैठक पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में हुई। बैठक में रमा रानी राठी ने कई विषयों पर सवाल उठाते हुए बजट को आधारहीन बताया लेकिन बिना कोई सवाल-जवाब के बैठक में बजट पास कर दिया। बिना किसी विश्लेषण के महज बजट में फिगर कॉपी-पेस्ट की जाती है।

राठी ने कहा कि नगर निगम की 2021-22 में सभी स्रोतों से कुल आमदनी 1068 करोड़ रुपये हुई है। जबकि पिछले वित्तीय वर्षो में प्रोपर्टी टैक्स, स्टांप डयूटी, एक्साइज डयूटी इत्यादि हेडस में अधिक्तर पैसा बैकलॉग से इकठ्ठा किया है। ऐेसे में 2985 करोड़ रुपये की आमदनी प्रोजेक्ट करना उचित नहीं होगा। हर वित्तीय वर्ष के बजट में आमदनी और खर्च को फालतू में बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाता है। पिछले बजट (2021-22) की बात की जाए तो निगम ने आमदनी लगभग 4900 करोड़ और उसी हिसाब से खर्चा 2538 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया था। जबकि वर्ष (2021-22) में आय 1064 करोड़ रुपये हुई और खर्चा 819 करोड़ रुपये ही हुआ। बिजली म्युनिसिपल टैक्स, एचएसवीपी शेयर, म्युनिसिपल बॉन्ड, दुकानों की नीलामी, फरीदाबाद निगम को लोन हेड में 2021-22 वित्तीय वर्ष में लगभग 1068 करोड़ रुपये की आय प्रस्तावित की थी लेकिन आमदनी एक रुपये की नहीं हुई। इसी प्रकार 2022-23 वित्तीय वर्ष में भी इन सभी हेड्स में फिर से 550 करोड़ आय प्रस्तावित की है जो कि पूरी तरह से बेमानी होगी। इस हिसाब से यदि आय नहीं होती तो निगम की बची एफडियों को खत्म करने का प्लान तैयार किया हुआ है।

फरीदाबाद कूड़े का बोझ गुरुग्राम नगर निगम क्यों उठाए:-
रमा राठी ने कहा कि बीते वित्तीय वर्ष में फरीदाबाद नगर निगम कूड़ा उठान के लिए गुरुग्राम नगर निगम की तरफ से लगभग 30 करोड़ रुपये का खर्च प्रस्तावित किया था और 33 करोड़ रुपये खर्च भी कर दिए। इस बार भी बजट में करीब 35  करोड़ रुपये खर्च प्रस्तावित किए है। रमा राठी ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि नगर निगम फरीदाबाद के कूड़ा का बोझ गुरुग्राम निगम क्यों उठाए। हमारा खजाना लगातार खाली हो रहा है, यहीं हालात रहें तो हमे भी किसी के आगे हाथ फैलाने पड़ेंगे। हैरानी की बात यह भी है एक तरफ गुरुग्राम नगर निगम फरीदाबाद नगर निगम के कूड़ा उठान के पैसे दे रहा है दूसरी तरफ फरीदाबाद निगम को दिए गए 150 करोड़ के लोन पर ब्याज लगाकर 200 करोड़ की आय की भी उम्मीद कर रहा है। 

एफएआर( फ्लोर एरिया रेशो):-
इस हेड में विभाग ने 150 करोड़ रुपये आय प्रस्तावित की थी लेकिन मात्र 6. 87  लाख ही जुटा पाए। जितनी तेजी से नगर निगम के दायरे में आने वाली स्वीकृत कालोनियों में स्टिल्ट पार्किंग के साथ चार फ्लोर का निर्माण हो रहा है, उस हिसाब से इस हेड में एक अच्छी आय की जा सकती थी लेकिन मैं ये दावे के साथ कह सकती हूं कि नक़्शे पास करने से लेकर, ओसी जारी करने में नगर निगम प्लानिंग ब्रांच की अत्यधिक रूची नहीं है। क्योंकि एक तरफ टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ने एफएआर लागू होने के बाद से अब तक लाइसेंस कालोनियों में करीब 500 करोड़ एकत्र कर लिए लेकिन निगम के प्लानिंग विभाग के अधिकारियों का राजस्व जुटाने में कोई रूचि नहीं है।

आय बढ़ाने के लिए दिए सुझाव:
1- एचएसवीपी से आने वाले शेयर को लेने पर जोर दिया जावे। सेक्टरों को ट्रांस्फर हुए लगभग छह वर्ष का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक एक पैसा नहीं मिला।
2- पानी के बिलों की वसूली नहीं कर पा रहे है। लगभग 118 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी कुल 32 करोड़ की आय हुई है। इसमें नुकसान का दायरे लगातार बढ़ता जा रहा है जो कि निगम के खजाने को खाली करने में समय नहीं लगाएगा।
3- सूरत नगर निगम की तर्ज पर आज तक गुरुग्राम नगर निगम ने म्युनिसिपल बोंड जारी नहीं किए। जबकि पिछले दो बजटों से प्रविधान तो कर दिया लेकिन अभी तक जारी नहीं हुए। इन बोंड को जारी किया जाना चाहिए ताकि इससे भी निगम राजस्व जुटा सके।
4- प्रत्येक वार्ड के खर्चे और उसकी आय का भी आंकलन करना चाहिए ताकि जिस वार्ड में जैसी आय हो रही है उस हिसाब से वहां पर खर्चे किए जा सके। 

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