एडीआर सेंटर में हेल्थ चेकअप कैंप, ब्लड डोनेशन कैंप तथ कोविड-19 टीकाकरण कैंप का शुभारंभ
पीड़ित मुआवजा योजना के तहत लाभार्थी को 6 लाख रुपए की एफडी दी

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति तथा प्रशासनिक न्यायाधीश नारनौल सेशन डिवीजन सुधीर मित्तल ने आज जिला न्यायालय का निरीक्षण किया तथा एडीआर सेंटर में हेल्थ चेकअप कैंप, ब्लड डोनेशन कैंप तथ कोविड-19 टीकाकरण कैंप का शुभारंभ किया। इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रजनीश बंसल भी मौजूद थे।
पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सुधीर मित्तल ने पीड़ित मुआवजा योजना के तहत 6 लाख रुपए की एफडी पीड़ित के पिता को दी। कैंप में खुद श्री मित्तल ने भी बीपी व शुगर की जांच करवाई।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अंजलि जैन ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से एडीआर सेंटर में हेल्थ चेकअप, कोविड-19 टीकाकरण व ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। इसमें बीपी, शुगर व आंखों की जांच की गई। उन्होंने बताया कि इसके अलावा कैंप में टीबी व एचआईवी के बारे में जागरूक किया गया।

उन्होंने बताया कि दिन भर इस कैंप में सैकड़ों लोगों ने फायदा उठाया। इसमें आम पब्लिक के साथ-साथ न्यायिक अधिकारी एडवोकेट तथा अन्य अधिकारियों ने भी अपनी जांच करवाई। उन्होंने कहा कि आपाधापी के इस दौर में हम अपनी सेहत के प्रति लापरवाह हो जाते हैं ऐसे कैंपों का मकसद ही होता है कि उनके पास ही बिना समय गवाए उनका हेल्थ चेकअप हो जाए।
इस अवसर पर सिविल जज आर्या शर्मा, जिला बार एसोसिएशन के प्रधान यशवंत सिंह, डिप्टी सिविल सर्जन डॉ हर्ष चौहान व डा. पवन यादव, जिला रेडक्रॉस सचिव श्याम सुंदर मौजूद थे।

न्यायमूर्ति ने जिला जेल का किया निरीक्षण
पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति तथा प्रशासनिक न्यायाधीश नारनौल सेशन डिवीजन सुधीर मित्तल ने आज जिला जेल का निरीक्षण किया तथा जेल में बंद कैदियों और बंदियों से बातचीत की। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की देखरेख में पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान नसीबपुर की ओर से जिला जेल में बंद कैदियों व बंदियों को अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। श्री मित्तल ने प्रशिक्षण लेने वाले बंदियों व कैदियों को अगरबत्ती बनाने का प्रमाण पत्र वितरित किया।

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