चंडीगढ़, 16 मार्च – हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने कहा कि “16 मार्च 2022 को पूरे हरियाणा में 12-14 वर्ष के बच्चों के लिए नए शुरू किए गए टीके का उन्मुखीकरण शुरू किया जाएगा। इस आयु वर्ग में कॉर्बेवैक्स वैक्सीन नामक वैक्सीन का उपयोग किया जाएगा और कुल दो डोज़ 28 दिनों के अंतराल के साथ  दी जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), हरियाणा ने यूएनडीपी (संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम) के तकनीकी सहयोग से जिला टीकाकरण अधिकारियों (डीआईओ), शहरी नोडल अधिकारी (यूएनओ) और वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर (वीसीसीएम) के लिए ईवीआईएन (इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क) और कोविन पर दो दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

उन्होंने बताया कि “जिले 16 मार्च 2022 को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस भी मनाएंगे। एक एएनएम और दो आशा कार्यकर्ताओं को उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रशंसा प्रमाण पत्र के साथ प्रति ब्लॉक (शहरी और ग्रामीण) सम्मानित किया जाएगा।  सामुदायिक भागीदारी को अधिकतम करने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर सांस्कृतिक गतिविधियां भी संचालित की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान कोविड टीकाकरण के दौरान जिला टीकाकरण अधिकारियों और अन्य जिला टीमों के सदस्यों ने सराहनीय कार्य किया।  वे सभी नियमित टीकाकरण और कोविड टीकाकरण में 100% कवरेज प्राप्त करने के लिए समान भावना के साथ जारी रखेंगे।  जिले सभी अशिक्षित लाभार्थियों के लिए लाइन लिस्टिंग करेंगे और उसी के टीकाकरण के लिए रणनीति तैयार करेंगे।  उन्होंने यूएनडीपी टीम को कॉविन पोर्टल पर डेटा की रिकॉर्डिंग और ईवीआईएन पोर्टल पर वैक्सीन स्टॉक डेटा के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए बधाई भी दी।  जिले के अधिकारी अपने संबंधित जिलों में यूएनडीपी टीम के सदस्यों को आवश्यक सभी सहायता प्रदान करेंगे। उन्होंने सभी जिलों के अधिकारियों से टीकाकरण कवरेज को मजबूत करने के लिए नवाचार और डिजिटल तकनीकों को एक दूसरे के साथ साझा करने का आग्रह भी किया।

मिशन निदेशक श्री प्रभजोत सिंह ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा, “जिलों को सभी नियमित टीकाकरण और कोविड टीकाकरण संबंधी गतिविधियों के लिए राज्य मुख्यालय से सभी सहायता प्रदान की जा रही है।  जिला टीकाकरण अधिकारी नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में 100% पूर्ण टीकाकरण कवरेज प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि जिलों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सेवा से वंचित और कम सेवा वाले लोगों, विशेषकर प्रवासी आबादी को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं।  जिला के अधिकारी निजी अस्पतालों में टीकाकरण से संबंधित आंकड़ों की रिकॉर्डिंग सुनिश्चित करें और राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर रैंकिंग प्राप्त करने के लिए नियमित आधार पर डेटा की फीडिंग सुनिश्चित करें।

इस अवसर पर डीआईओ, यूएनओ, वीसीसीएम, राज्य कार्यक्रम अधिकारी, यूएनडीपी के प्रतिनिधि और सलाहकार प्रशिक्षण सत्र के दौरान उपस्थित थे।

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