सोहना बाबू सिंगला

सोहना कस्बे में जाम की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है। सभी मार्गों पर सुबह होते ही जाम लगना आरम्भ हो जाता है। जो देर रात तक भी समाप्त नहीं होता है। जिसके कारण बाजारों में काम धंधा चौपट होकर रह गया है। वहीं प्रशासन ने आज तक भी जाम से मुक्ति दिलाने के ठोस कदम नहीं उठाए हैं। जिसके कारण लोगों में भारी रोष व गुस्सा पनप रहा है।

धार्मिक तीर्थ स्थल सोहना के नागरिक वर्षों से जाम समस्या से त्रस्त हैं। जिससे आज तक भी उनको मुक्ति नहीं मिल सकी है। हैरत की बात है कि पुलिस, नगरपरिषद विभागों के अधिकारीगण हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं। जिन्होंने कोई भी ठोस योजना तैयार नहीं की है। जाम सुबह से शुरू होकर रात्रि तक बना रहता है। जो सभी मार्गों क्रमशः अस्पताल मार्ग, बस स्टैंड मार्ग, लेबर चौक, मोती प्लाजा, अंबेडकर चौक आदि स्थानों पर सबसे ज्यादा है। जहां से लोग पैदल भी नहीं निकल सकते हैं। जाम लगा होने से बाजारों में दुकानदारी भी चौपट है। 

क्या कहते हैं नागरिक व्यापारी

अतुल सिंगला उर्फ गुल्लू कहते हैं कि जाम से आये दिन झगड़ा होता रहता है। जिससे कस्बे में अमन चैन चौपट होने लगा है। किंतु किसी ने भी समस्या को हल नहीं किया है।

व्यापारी कमल बंसल कहते हैं कि सोहना धार्मिक तीर्थ स्थल है। जहाँ पर हजारों पर्यटक रोजाना प्रवेश करते हैं। किंतु जाम होने से उनको बहुत परेशानी होती है।

व्यापारी अमित गर्ग कहते हैं कि जाम होने से व्यापार चौपट होकर रह गया है। दुकानदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। उनकी आर्थिक हालत खराब होने लगी है।

समाज सेवी लोकेश शर्मा उर्फ बंटी कहते हैं कि जाम कस्बे की प्रमुख समस्या है जिसका किसी भी नेता व अधिकारी ने समाधान करने की पहल नहीं की है। 

व्यापारी नवीन गोयल कहते हैं कि प्रशासन जाम समस्या से निजात दिलाने में पूर्णतः फेल है। जिन्होंने कोई भी सुध नहीं ली है।

समाज सेवी अनिल भारद्वाज उर्फ कोकी कहते हैं कि जाम से सब कुछ अस्त व्यस्त हो गया है। जिसका जल्द समाधान करना चाहिए।

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