चण्डीगढ, 11मार्च:-हरियाणा रोङवेज कर्मचारी एकता युनियन के प्रान्तीय प्रधान बलवान सिंह दोदवा, वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान सुरेश लाठर, महासचिव संजय गुलाटी, उप-महासचिव विमल शर्मा ग्योंग, कैशियर अशोक कुमार, आडिटर चन्द्रभान सोलंकी व चेयरमैन गुरदीप सिंह ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए बताया कि हरियाणा रोङवेज के सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मुफ्त यात्रा पर पाबन्दी लगाकर सरकार ने अपनी औच्छी मानसिकता का परिचय दिया है। ऐसा फैंसला सरकार ने रोङवेज कर्मचारियों के साथ एक द्वेष भावना के तहत लिया है जो सरासर गलत है।

दोदवा ने बताया कि सरकार ने लगभग 45 श्रेणियों को हरियाणा रोङवेज की बसों में निशुल्क व रियायत देकर मामूली दर पर मुफ्त यात्रा करने की सुविधा दे रखी है। ऐसा करके सरकार अपनी वाही-वाही लुटने का काम कर रही है। प्रदेश की जनता को सुविधा देना सरकार का अपना दायित्व है ,हम इसका विरोध नहीं करते लेकिन जो कर्मचारी रोङवेज में 35 से 40 साल तक सेवा देकर सेवानिवृत्ती के बाद मुफ्त यात्रा की सुविधा ले रहे थे, सरकार ने अब उनके सेवानिवृत्ती पहचान पत्र पर (NOT FOR FREE TRAVELING) का रिमार्क देकर रोङवेज कर्मचारियों का अपमान करने का काम किया है जो असहनीय है। क्योंकि सेवानिवृत्त कर्मचारी हरियाणा रोङवेज की बस में बैठकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता था लेकिन सरकार ने गलत फैंसला करके रिटायर्ड कर्मचारी को मायूस करने का काम किया है। सरकार के इस फैंसले को रोङवेज कर्मचारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। युनियन ने मांग की है अगर सरकार ने मुफ्त यात्रा की सुविधा समाप्त करनी है तो पहले 45 कैटेगरी को मिल रही सुविधा को समाप्त करे उसके बाद रोङवेज कर्मचारियों पर फैंसला ले।

दोदवा ने सभी उप-निरीक्षक, निरीक्षक व चालक-परिचालकों से भी अपील की है कि सरकार के फैंसले पर अमल न करके बस में यात्रा करने वाले प्रत्येक रिटायर्ड कर्मचारी को पुरा मान-सम्मान देते हुए मुफ्त यात्रा करवाने का काम करें। दोदवा ने मांग की है कि सरकार इस कर्मचारी विरोधी फैंसले को तुरंत वापिस ले अन्यथा हरियाणा रोङवेज कर्मचारी एकता युनियन इसका कङा विरोध करते हुए रिटायर्ड कर्मचारियों को न्याय दिलवाने का काम करेगी। इसलिए रोङवेज के तमाम सेवानिवृत्त कर्मचारियों से भी अपील है कि सरकार के कर्मचारी विरोधी फैंसले का विरोध करते हुए एकजुट होकर आन्दोलन करने के लिए तैयार रहें।

error: Content is protected !!