प्रदेश पर लगातार बढ़ता जा रहा है कर्ज पर विकास कहीं नजर नहीं आता चंडीगढ़, 8 मार्च : जनसेवक मंच के संयोजक एवं महम से आजाद विधायक बलराज कुंडू ने हरियाणा के बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस बजट से तमाम वर्गों को मायूसी हाथ लगी है। कुंडू ने कहा महंगाई की मार झेल रहे लोग पहले ही तंग हैं। बाजारों में कामकाज ठप है। मध्यम वर्ग की कमर पूरी तरह से टूट गई है। सरकार ने इनके जख्मों पर मरहम लगाने की बजाय नमक छिड़कने का काम किया है। साथ ही कुंडू ने कहा कि आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं कि खुशहाल, समृद्ध और विकसित हरियाणा अब लगातार कर्ज में डूबता जा रहा है। हरियाणा में जन्म लेने वाला प्रत्येक बच्चा एक लाख रुपए का कर्जदार है। हरियाणा लगातार कर्ज में डूबता जा रहा है। आलम यह है कि पिछले 7 वर्षों में हरियाणा पर कर्जा एक लाख करोड़ से बढ़कर 2 लाख 43 हजार करोड़ को पार कर गया है। कुंडू ने कहा की मंगलवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा का बजट पेश किया। कुल 1 लाख 77 हजार करोड़ का बजट पेश किया गया जबकि हरियाणा पर इस समय 243780 करोड रुपए का कर्जा है। यह सरकारी आंकड़े हैं। यह आंकड़े निश्चित रूप से चिंतनीय है और रुलाने वाले हैं। कुंडू ने कहा की हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मनोहर लाल खट्टर सरकार आने से पूर्व 31 मार्च 2014 तक प्रदेश पर 60,293 करोड़ रुपये का कर्ज था। कुंडू ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि साल 2015-16 में प्रदेश पर एक लाख एक हजार करोड़ रुपए का कर्ज था। 2016-17 में यह कर्ज 124000 करोड़ को पार कर गया। इसी प्रकार से 2017-18 में 139726 करोड रुपए का कर्ज हरियाणा पर था तो। 2018 -19 में 156807 करोड रुपए का कर्ज हो गया। 2019-20 में कर्जा 185463 करोड, जबकि 2020-21 में 205430 करोड रुपए का हो गया। 2021-22 में प्रदेश पर 223768 करोड़ पर का कर्ज था और इस वित्त वर्ष में कर्ज बढ़कर 243780 तक पहुंच गया है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश पर एक लाख 42 हजार करोड़ रुपए का कर्ज बढ़ा है और यह बेहद चिंतनीय है। Post navigation कोरी भाषण बाजी और भ्रामक आंकड़े बाजी का मिश्रण है बजट- हुड्डा हरियाणा में कर्जा बढ़ा, जनता को मिला कुछ नहीं – सुरजेवाला