तकनीकी शिक्षा विभाग के एसीएस ने संस्थान स्थापना को लेकर गुरुग्राम में की कंसलटेंट कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ अहम बैठक गुरुग्राम, 5 मार्च । विश्व में उभरती आधुनिक और इनोवेटिव तकनीक अपनाने में सक्षम हाई क्वालिटी प्रोफेशनल्स तैयार करने के लिए हरियाणा में इंस्टीट्यूट ऑफ इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आई ई टी) नामक संस्थान स्थापित होगा। इस संस्थान को स्थापित करने को लेकर शनिवार को तकनीकी शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीआनंद मोहन शरण की अध्यक्षता में कंसल्टेंट कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की गई। यह बैठक गुरुग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में आयोजित की गई थी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण ने कहा कि आधुनिक युग में ज्ञान और नवाचार संचालित आर्थिक व्यवस्था में प्रभावी रुप से प्रतिस्पर्धा करने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के सहयोग से एक ऐसी आधुनिक स्वायत्त संस्था स्थापित करने की आवश्यकता महसूस की गई है, जिसका फोकस हाई क्वालिटी प्रोफेशनलस तैयार करने पर हो, ऐसे प्रोफेशनल्स जो भविष्य में विश्व स्तर पर स्वीकार्य उभरती और नवीनतम तकनीक हमारे यहां ना केवल प्रदान करने में सक्षम हों बल्कि भविष्य की तकनीक विकसित भी कर सकें। इस प्रकार का संस्थान स्थापित करने का उल्लेख वित्त वर्ष 2020-21 के बजट भाषण में किया गया था। संस्थान के स्वरूप पर हुआ विचार विमर्श –शनिवार को कंसलटेंट कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में इस विषय पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। सभी ने अपने सुझाव रखे कि इस संस्थान का स्वरूप क्या हो, उसमें क्या पाठ्यक्रम हो या इसे रिसर्च आधारित बनाया जाए। संस्थान अन्य शिक्षण संस्थानों की तरह केवल शिक्षा प्रदान करने या डिप्लोमा अथवा डिग्री प्रदान करने तक ही नहीं सीमित हो, अपितु ऐसे हाई क्वालिटी प्रोफेशनल्स तैयार करने में सक्षम हो जो आम जनता का जीवन और अधिक सुविधाजनक बनाने में सहायक विश्व स्तरीय टेक्नोलॉजी ना केवल तुरंत अपनाने में सक्षम और सहायक हो बल्कि भविष्य की नई तकनीक विकसित भी करें। इस संस्थान का उद्योगों के साथ मजबूत कनेक्ट हो। इस संस्थान में फैकल्टी कैसी हो, फिजिकल और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर कैसा हो आदि विषयों पर सुझाव दिए गए। ग्रीन फील्ड होगा प्रोजेक्ट, कंसलटेंट कंपनियां मार्च अंत तक भेजेंगी कांसेप्ट पेपर एसीएस श्री शरण ने कहा कि यह एक ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट होगा और सरकार इस संस्थान को विश्व के आधुनिक से आधुनिक संस्थान से बेहतर बनाना चाहती है। इसके लिए कंसलटेंट कंपनियां विश्व में अपनाई जा रही बेस्ट प्रैक्टिसेज सांझा करते हुए इस माह के अंत तक अपना कांसेप्ट पेपर तकनीकी शिक्षा विभाग के पास भिजवाएं। मल्टीनेशनल कंसल्टिंग कंपनियों के प्रतिनिधियों ने रखे अपने सुझाव – इस बैठक में डिलोइट टच तोहमस्तु इंडिया लिमिटेड, अर्नेस्ट एंड यंग एलएलपी, केपीएमजी एडवाइजरी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप, मैकिंसी एंड कंपनी तथा प्राइस वाटर हाउस कूपर्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधियों ने भाग लिया । एसीएस श्री शरण ने इन प्रतिनिधियों द्वारा रखे गए सुझाव ध्यान से सुने और कहा कि आज का वार्तालाप व विचार विमर्श बहुत सार्थक रहा। आप अपने सुझावों के साथ कांसेप्ट पेपर बनाकर मार्च माह के अंत तक तकनीकी शिक्षा विभाग में भिजवाएं । उसके बाद विभाग सभी सुझावों का अध्ययन करके उसकी सम्मरी तैयार करके सभी हितधारकों के साथ सांझा करेगा। उसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। तकनीकी शिक्षा विभाग के महानिदेशक श्री राजीव रतन भी बैठक से ऑनलाइन जुड़े। उन्होंने भी अपने सुझाव दिए। गुरुग्राम के डीसी निशांत यादव ने कहा कि आज का विचार विमर्श काफी लाभप्रद रहा और उन्हे उम्मीद है कि सभी के सहयोग से यह एक बेहतरीन संस्थान बनेगा। ये रहे उपस्थित –बैठक में तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक कृष्ण कुमार कटारिया, विभाग के अन्य अधिकारीगण के साथ हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के अतिरिक्त सीईओ गौरव सिंह भी उपस्थित थे। Post navigation आपसी झगङे की रन्जीश में फायरिंग करने वाले को दबोचा उपायुक्त ने शनिवार को सोहना खंड में फसल गिरदावरी का किया वेरिफिकेशन, घामड़ोज में सजरे के साथ किया मिलान