जांच कमेटी कमेटी तीन महीने में सौंप देगी अपनी जांच रिपोर्ट. प्रभावित परिवारों को शिफ्ट करने के विकल्प उपलब्ध कराएगी फतह सिंह उजाला गुरूग्राम । गुरुग्राम के सेक्टर 109 में 10 फरवरी हुई दुर्घटना की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुए सभी पहलुओं को कवर करने के लिए ज़िलाधीश एवं डीसी निशांत कुमार यादव ने जाँच कमेटी पुनर्गठित की है । एडीसी विश्राम कुमार मीणा को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। इस बारे में शुक्रवार को डीसी निशांत कुमार यादव ने आदेश जारी किए हैं। इस कमेटी के सदस्यों में लोक निर्माण विभाग (भवन) के चीफ इंजीनियर, लोक निर्माण विभाग( भवन एवं सड़के) के गुरूग्राम सर्कल के सुप्रिटेंडिंग इंजीनियर , डीटीपी इंफोर्समेंट तथा एसीपी उद्योग विहार को शामिल किया गया है। यह कमेटी चिंटल पैराडिसो के डी-4 टावर में प्रभावित परिवारों को वहां से शिफ्ट करने के विकल्प उपलब्ध करवाएगी जिसमें उनके फ्लैट के मौजूदा मार्केट रेट तथा घर के इंटीरियर आदि खर्चे का मूल्यांकन करवाना शामिल होगा। इसके अलावा , इस सोसाइटी के टावर -ई ,एफ, जी, एच के लगभग 100 फ्लैट के निवासियों द्वारा उठाये गए स्ट्रक्चर में कमियों संबंधी विषय में कमेटी द्वारा प्रभावित परिवारों को, उनके टावरों की स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट आने तक, शिफ्ट करवाने के कार्य को सूपरवाइज़ तथा मॉनिटर किया जाएगा। यह व्यवस्था डेवलपर द्वारा की जाएगी। इसके अलावा टीम द्वारा स्ट्रक्चरल ऑडिट के लिए नियुक्त आईआईटी दिल्ली की टीम से तालमेल स्थापित करते हुए निर्धारित नियमों व शर्तों के तहत काम किया जाएगा। आदेश में कमेटी को अपनी रिपोर्ट 3 महीनो में प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। कमेटी द्वारा हादसे के कारणों की जांच करते हुए इस मामले में शामिल विभिन्न लोगो, एजेंसियों, डेवलपरो, कॉन्ट्रेक्टरों, आर्किटेक्ट, इंजीनियर, बिल्डिंग निर्माण सामग्री की गुणवत्ता , बिल्डिंग में किसी प्रकार का अल्टरेशन आदि संबंधी विषयों की जांच उपरांत जिम्मेदारी तय करते हुए कार्यवाही की जाएगी। हादसे के मूल कारणों जिसमें बिल्डिंग निर्माण में इस्तेमाल की गई सामग्री ,मलबा आदि की टेस्टिंग करवाते हुए जांच की जाएगी । ड्राइंग तथा डिज़ाइन की भी जांचइसके साथ ही जांच टीम के द्वारा स्ट्रक्चर की ड्राइंग तथा डिज़ाइन, दस्तावेज़ो के साथ निर्माण कार्य करवाने वाले व्यक्तियों को शामिल करते हुए बारिकी से जांच की जाएगी। कमेटी यह भी सुनिश्चित करेगी कि क्या प्रभावित ब्लॉक का स्ट्रक्चर रहने के लिहाज से सुरक्षित है अथवा नहीं या फिर उसमें आवश्यक सुधार करने उपरांत लोगों के रहने लायक बनाया जा सकता है। कमेटी द्वारा अन्य सुरक्षा संबंधी उपायों को भी सुझाया जाएगा ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को होने से रोका जा सके । Post navigation बायो डायवर्सिटी पार्क में दो शौचालय जनता को समर्पित जनसंख्या नियंत्रण पर कल सेमिनार में होगा मंथन