कर्नाटक में बजरंग दल कार्यकर्ता की निर्मम हत्या के विरोध में प्रदर्शन. आरोपियों को फाँसी देनेकी की हिन्दू संगठन के द्वारा की गई मांग. देश मे जनसंख्या नियंत्रण कानून की हिन्दू संगठनों के द्वारा मांग. गुरूग्राम डीसी को सौंपा गया महामहीम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन फतह सिंह उजाला गुरूग्राम। कर्नाटक में बजरंग दल के कार्यकर्ता के हत्या के विरोध में बुधवार को गुरुग्राम में बजरंग दल और हिंदू संगठनों ने मिलकर विरोध-रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के साथ ही जिला डीसी को महामहीम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर मुख्य रूप से विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के अजित सिंह, यशवंत शेखावत, अमित हिंदू, अभिषेक गौड सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे। कर्नाटक में हिजाब मामले के बाद अब बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के बाद से मामला और अधिक गर्माता जा रहा है। देश के अलग-अलग इलाकों में हिंदू संगठन हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं । इसी कड़ी में गुरुग्राम में भी बुधवार को बजरंग दल और कई हिंदू संगठनों ने मिलकर कमला नेहरू पार्क से लेकर डीसी आाफिस तक पैदल मार्च निकाला और डीसी को महामहीम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। हिंदू संगठनों की तरफ से ज्ञापन में साफ तौर पर कहा गया है कि हत्यारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो और अभी जो लोग फरार है उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाए। गौरतलब है कि कर्नाटक के शिमोगा जिले में बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की निर्मम हत्या कर दी गई थी , इसी विरोध में हिंदू संगठन में काफी रोष है। दरअसल हिजाब विवाद के बाद कर्नाटक में बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या का मामला गर्माया हुआ है। कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्षा की कथित हत्या से इलाके में तनाव की स्थिति है। इसी बीच पूरे इलाके में कर्फ्यू लगाकर आरएएफ की तैनाती की गई है। वहीं, आरोपियों की तलाश में पुलिस अधिकारी जगह-जगह छापेमारी भी कर रहे हैं। शिवमोगा में बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या में शामिल 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 2 लोगों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। लेकिन इस बीच हिंदू संगठनों की मांग है कि जिस तरह से हर्ष की निर्मम हत्या की गई है उसके खिलाफ पुलिस कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें और जो आरोपी है उनको तुरंत गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाएं। वहीं बुधवार को प्रदर्शन के दौरान हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने यह भी मांग की है कि जो आरोपी हैं , उन्हें फांसी की सजा दी जानी चाहिए। क्योंकि जिस तरह से हर्ष की निर्मम हत्या की गई है, वह सोची समझी साजिश के तहत की गई है। Post navigation जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती, हमारी हड़ताल इसी तरह जारी रहेगी : आंगनवाड़ी वर्कर एंड हेल्पर यूनियन सोने की चेन झपटमार को 5 वर्ष की सजा, 25 हजार जुर्माना