गृह मंत्री अनिल विज के हस्तक्षेप के बाद हुई कार्रवाई
2 साल बाद पुलिस ने किया मामला दर्ज एक आरोपी की मौत

भारत सारथी

धारूहेड़ा । जिला महेंद्रगढ़ के गांव चंदपुरा निवासी एक व्यक्ति के बेटे को नौकरी दिलाने का झांसा देकर तीन लाख रुपये की ठगी करने के मामले में धारूहेड़ा थाना पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार किए गए आरोपित दिल्ली के बलजीत नगर निवासी प्रदीप व गांव मसानी निवासी सुलतान हैं। गृह मंत्री अनिल विज के हस्तक्षेप के बाद ठगी के करीब ढाई साल बाद जनवरी माह में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। मामले में एक आरोपी का देहांत हो चुका है।

पुलिस को दी शिकायत में जिला महेंद्रगढ़ के गांव चंदपुरा निवासी जयवीर सिंह ने कहा कि गांव मसानी निवासी सुलतान सिंह के मामा उनके पड़ोसी गांव अलवर के गांव जैतपुर में हैं। मामा के जरिए ही उनकी सुलतान सिंह से मुलाकात हुई थी। सितंबर 2019 में सुलतान सिंह उसके पास आया और कहा कि वह रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की बहन को जानता है। उनके बेटे राहुल की नौकरी गृह मंत्रालय में लगवा देगा। अगले दिन वह धारूहेड़ा गए तो वहां पर सुलतान सिंह ने बबीता नामक एक महिला से जयवीर की मुलाकात कराई थी। बबीता ने कहा कि वह रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की बहन है और अपने भाई से कहकर नौकरी लगवा देगी।

नौकरी के लिए महिला ने जयवीर से तीन लाख रुपये मांगे थे। जयवीर ने एडवांस के तौर पर पचास हजार रुपये उनको दे दिए थे। इसके बाद 25 नवंबर 2019 को प्रदीप नामक व्यक्ति का उनके पास फोन आया और कहा कि उनके बेटे की नौकरी गृह मंत्रालय में लगवा दी गई है तथा बाकी पैसे भी खाते में डलवाएं। जयवीर ने बचे हुए ढाई लाख रुपये भी प्रदीप के खाते में डाल दिए थे। पैसे डालने के बाद राहुल के नाम से एक पहचान पत्र व ज्वाइनिग लेटर आरोपितों की तरफ से दिए गए, जिनकी जांच की गई तो वह फर्जी निकले। पुलिस ने गांव मसानी निवासी सुलतान सिंह, दिल्ली के पंजाबी बस्ती बलजीत नगर निवासी हरि प्रताप सिंह, बबीता और बलजीत नगर निवासी प्रदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

पुलिस ने सोमवार की शाम दो आरोपित प्रदीप व सुलतान को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में नामजद हरिप्रकाश का देहांत हो चुका है।

error: Content is protected !!