7 साल में इस सरकार ने नहीं लिया कोई भी जन-हितैषी फैसला- हुड्डा
आंगनवाड़ी वर्कर्स की मांगे मानने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, विधानसभा में उठाएंगे मुद्दा- हुड्डा
परिवार पहचान पत्र के नाम पर की जा रही है कल्याणकारी योजनाओं में कटौती- हुड्डा
फर्जी सरकार फर्जी रजिस्ट्री और फर्जी काम ही करेगी- हुड्डा
पंचायत ही नहीं इस सरकार का बस चले तो विधानसभा चुनाव भी ना करवाए- हुड्डा

19 फरवरी, करनाल: हरियाणा में बीजेपी और बीजेपी-जेजेपी सरकार के दौरान सिर्फ कर्ज और करप्शन में इजाफा हुआ है। इस सरकार के दौरान 7 साल में कोई भी जन-हितैषी फैसला नहीं लिया गया। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा आज करनाल में कई सामाजिक कार्यों में शिरकत करने पहुंचे थे।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा करनाल में जारी आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स के प्रदर्शन में अपना समर्थन देने पहुंचे, जहाँ आंगनवाड़ी वर्कर्स ने उन्हें अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। यहां उन्होंने एक बार फिर आंगनवाड़ी वर्कर्स की मांगों के पूर्ण समर्थन का ऐलान किया। उन्होंने इस बारे में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की अपील की है। हुड्डा का कहना है कि अगर सरकार ने इस पर सकारात्मक ढंग से विचार करे नहीं तो आने वाले विधानसभा सत्र में आंगनवाड़ी वर्कर्स की मांगों को पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर्स जिन मांगों को लेकर आज आन्दोलन कर रहे हैं उनको पूरा करने का वायदा खुद मौजूदा भाजपा सरकार ने किया था और इनपर सहमति बनी थी। उन्होंने आंगनवाड़ी वर्कर्स को आश्वासन दिया कि अगर मौजूदा सरकार अपने वादे से मुकरती है तो उनकी सरकार बनने पर सभी मांगों को पूरा किया जाएगा।

इसके बाद उन्होंने पत्रकार वार्ता को भी संबोधित किया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि 1966 में हरियाणा बनने से लेकर 2014 में बीजेपी सरकार आने तक प्रदेश पर करीब 70,000 करोड़ का कर्ज था। इस दौरान प्रदेश में बिजली, पानी, सड़क, स्कूल, स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर आईआईटी, आईआईएम कैंपस, मेडिकल कॉलेज, यूनिवर्सिटीज, पावर प्लांट, ट्रेन, मेट्रो समेत राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कई परियोजनाएं स्थापित हुई। जिसकी बदौलत हरियाणा एक संपन्न राज्य बना। लेकिन 2014 से अब तक 7 साल में बीजेपी सरकार के दौरान प्रदेश पर कर्ज साढ़े तीन गुना बढ़कर ढाई लाख करोड़ हो गया। जबकि इस दौरान प्रदेश में कोई भी बड़ी परियोजना स्थापित नहीं हुई। सवाल है कि यह हजारों करोड़ रुपया कहां खर्च हुआ?

कांग्रेस सरकार के दौरान प्रति व्यक्ति आय, निवेश, रोजगार सृजन और खुशहाली में नंबर वन बना हरियाणा आज घपले, घोटालों, कर्ज़, अपराध और बेरोजगारी में पहले पायदान पर है। सरकार के रवैये और नीतियों से आज हर वर्ग परेशान है। किसान की हालत यह है कि ना उसे एमएसपी मिल पाती और ना ही फसल खराब होने पर कोई मुआवजा। मनरेगा के तहत मजदूरी के जरिए गुजर-बसर करने वाले मजदूरों का भी यही हाल है। ना उन्हें काम मिल पा रहा है और ना ही मानदेय। व्यापारी की हालत ऐसी हो गई है कि उसे मुनाफा तो दूर, पूंजी बचाना भी मुश्किल हो रहा है।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार द्वारा जिस विकास का दावा किया जाता है वह जमीन पर कहीं नजर नहीं आ रहा। खुद मुख्यमंत्री के गृह जिले करनाल में सड़कों, पार्क और साफ सफाई की व्यवस्था दयनीय बनी हुई है। जब बीजेपी सत्ता में आई थी तो उसने सबसे पहले कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनाने का वादा किया था लेकिन यह कार्य आज तक पूरा नहीं हुआ।

पंचायत चुनाव ना करवाए जाने के सवाल पर टिप्पणी करते हुए हुड्डा ने कहा कि इस सरकार का बस चले तो यह विधानसभा चुनाव भी ना करवाए। क्योंकि यह गठबंधन जनसमर्थन खो चुका है और चुनाव में जाने से डरता है। परिवार पहचान पत्र पर सवाल उठाते हुए हुड्डा ने कहा कि इसके जरिए बुढ़ापा पेंशन समेत कई कल्याणकारी योजनाओं में कटौती की जा रही है। रजिस्ट्री घोटाले के बारे में उन्होंने कहा कि फर्जी सरकार में फर्जी रजिस्ट्री और फर्जी काम ही होंगे। रजिस्ट्री घोटाले में दिखावे और बड़ी मछलियों को बचाने के लिए कर्मचारियों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने उनके कार्यकाल में हुए कुछ कार्यों का लेखा-जोखा देते हुए बताया कि उनके कार्यकाल के दौरान पंचकूला में नेशनल इंस्टिट्यूट आफ फैशन डिजाईन, कुरुक्षेत्र में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन, करनाल में कल्पना मेडिकल कॉलेज, सोनीपत में राजीव गांधी एजुकेशन सिटी, खानपुर में महिला मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी, सोनीपत में इंजिनियरिंग कॉलेज, लॉ यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद में मेडिकल कॉलेज, पलवल में YMC यूनिवर्सिटी, मेवात में मेडिकल कॉलेज और गुरुग्राम में भी डिफेंस यूनिवसर्टी बनाने की पहल की। साथ में महेंद्रगढ़ में सेंट्रल यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेज भी बनाया, रेवाडी में इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी, सैनिक स्कूल खोला, झज्जर में AIIMS, कैंसर इंस्टिट्यूट, रोहतक में IIM, भिवानी में बंसीलाल यूनिवर्सटी, मेडिकल कॉलेज मंजूर कराया, जींद में चौ. रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी, हिसार में लाला लाजपत के नाम से एनिमल यूनिवर्सिटी, सिरसा में चार कमरों की यूनिवर्सिटी को राष्ट्रीय स्तर का संस्थान बनाया, यमुनानगर, झज्जर और हिसार में पावर प्लांट स्थापित कराया, हरियाणा के 4 शहरों को मेट्रो से जोड़ा, सड़क और रेल लाइन का जाल बिछाया, जो आज भी एक मिसाल हैं।

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