शवों की पहचान करा जीआरपी ने पोस्र्टमार्टम कराकर सौंपे परिजनों कोअभिभावकों से भी किया है आग्रह, अपने बच्चों को रोकें ऐसे कार्य करने से भारत सारथी गुरुग्राम। गुडग़ांव-रेवाड़ी रेलमार्ग पर गत सायं गुडग़ंाव-बसई-धनकोट रेलवे स्टेशन के बीच रेल ट्रेक पर सेल्फी लेते हुए 4 किशोर जन शताब्दी ट्रेन की चपेट में आ गए थे। जिससे उनकी दुखद मौंत हो गई थी। देर सायं तक उनकी पहचान नहीं की जा सकती थी। रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने भागदौड़ कर सभी चारों किशोरों की पहचान समीर, अनस, युवराज व भोलू के रुप में कर ली है। ये सभी किशोर देवीलाल कालोनी के रहने वाले बताए जाते हैं। जीआरपी ने उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए शव गृह में रखवा दिया था। बुधवार को उनके परिजनों की उपस्थिति में रेलवे पुलिस ने सभी मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर उनके परिजनों को सौंप दिया। इस दुखद घटना से परिजन व क्षेत्रवासी शोकग्रस्त हैं। किशोरों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पोस्टमार्टम करने वाले वरिष्ठ चिकित्सक डा. दीपक माथुर का कहना है कि चारों किशोरों के शव रेल से कटने के बाद क्षत-विक्षत हो गए थे। उन सभी का पोस्टमार्टम कराकर जीआरपी को सौंप दिया गया है, जिसके बाद जीआरपी ने उनके परिजनों को सौंप दिया है। उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चारों किशोरो के दुर्घटनाग्रस्त होने की पुष्टी भी की है। गौरतलब है कि आजकल युवाओं में सेल्फी लेने का बड़ा क्रेज है। सार्वजनिक स्थानों पर वे सेल्फी बनाते दिखाई दे ही जाते हैं। रेलवे ट्रेक पर ही सेल्फी लेने का सिलसिला पिछले काफी समय से चल रहा है। दायं-बायें ये किशोर मोबाईल से ईयरफोन लगाकर सेल्फी लेते दिखाई दे जाते हैं। हालांकि उनको रेलवे पुलिस समय-समय पर आगाह भी करती रही है कि लेकिन वे इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे और गत सायं जैसी घटना घटित हो ही गई। रेलवे पुलिस का अभिभावकों से भी कहना है कि वे अपने बच्चों को इस तरह के खतरे के काम न करने दें। रेलवे ट्रेक पर सेल्फी आदि लेना वैसे ही कानूनी अपराध है। अपने बच्चों को समझाएं ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति न हो सके। Post navigation टैक्सी चालक पर हमला करने वाली महिला को भेजा गया जेल जिला न्यायिक परिसर में कानूनी जागरूकता का माइक्रो शिविर