मनेठी-माजरा एम्स निर्माण के लिए जमीन खरीदने के लिए 80 करोड़ रूपये का बजट देने में दो साल कैसे लग गए? 16 फरवरी 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से सवाल किया कि यदि वे दक्षिणी हरियाणा के हितों, विकास व सरोकारों के प्रति जरा भी गंभीर है तो मनेठी-माजरा एम्स निर्माण के लिए जमीन खरीदने के लिए 80 करोड़ रूपये का बजट देने में दो साल कैसे लग गए? वहीं विद्रोही ने पूछा कि माजरा गांव में एम्स के लिए प्रस्तावित जमीन के लिए 80 करोड़ रूपये का बजट स्वीकृत होने के बाद भी एम्स के लिए जमीन देने वाले किसानों के बैंक खातों में उक्त राशी डालकर जमीन अधिग्रहण में देरी क्यों की जा रही है? जब माजरा के किसान सरकार की शर्तो पर एम्स के लिए जमीन देने को पहले ही दिन से तैयार थे तब इस छोटे से काम के लिए दो साल का समय क्यों लगाया गया? यदि भाजपा खट्टर सरकार दक्षिणी हरियाणा के दिल रेवाडी जिले के माजरा गांव में एम्स बनाने के लिए गंभीर व ईमानदार है तो जिस जमीन को अधिग्रहण करने का मुद्दा एक सप्ताह में सुलझाया जा सकता था, उसे सुलझाने में में दो वर्ष कैसे लग गए? विद्रोही ने पूछा कि माजरा की जमीन एम्स के लिए किसान व सरकार की सहमति से लेनेे का मुख्यमंत्री खट्टर ने चंडीगढ़ में उच्च स्तरीय बैठक में अक्टूबर 2021 में निर्णय लिया था तो उस निर्णय के 5 माह बाद भी उस अमल क्यों नही किया गया? मनेठी-माजरा एम्स निर्माण के लिए तीव्र गति से औपचारिकताएं पूरी करने की बजाय हर काम कछुआ गति से क्यां हो रहा है? मनेठी माजरा एम्स निर्माण मेें सुनियोजिते ढंग से देरी करने के पीछे मुख्यमंत्री की मंशा क्या है? स्वास्थ्य सेवा के सबसे बड़े संस्थान एम्स निर्माण पर खट्टर जी राजनीति क्यों कर रहे है? विद्रोही ने कहा कि जिस तरह भाजपा खट्टर सरकार विगत सात सालों से मनेठी माजरा एम्स निर्माण पर राजनीति कर रही है, वह खट्टर सरकार की अहीरवाल के प्रति भेदभावपूर्ण सौतेली राजनीति का जीवंत प्रमाण है। भाजपा खट्टर सरकार अहीरवाल मेें मनेठी-माजरा एम्स निर्माण करने के लिए लोगों के संघर्ष के बल पर मजबूर तो हुई है, पर इस मामले में अनावश्यक देरी करके अपनी बदनियती को छिपाकर भी नही छिपा पा रही है। Post navigation दक्षिणी हरियाणा से सम्बन्धित भाजपा के चुने जनप्रतिनिधि कमजोर व स्वार्थी, आवाज तक नही उठाते ! विद्रोही मार्च 2018 में मुख्यमंत्री खट्टर ने हरियाणा विधानसभा में झूठी व लागू न करने वाली घोषणा क्यों की ? विद्रोही