– स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के मापदंड स्वच्छ टैक्नोलॉजी चैलेंज के अंतर्गत आयोजित की गई थी प्रतियोगिता गुरूग्राम, 11 फरवरी। स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के निर्धारित मापदंड स्वच्छ टैक्नोलॉजी चैलेंट के अंतर्गत नगर निगम गुरूग्राम द्वारा आयोजित की गई प्रतियोगिता में शुद्ध वायु तकनीक को सर्वश्रेष्ठ तकनीक के रूम में चुना गया है। नगर निगम गुरूग्राम की अतिरिक्त आयुक्त डा. वैशाली शर्मा ने इस तकनीक को बनाने वाले गुरूग्राम निवासी अमित भटनागर को सम्मानित किया। इस मौके पर डा.शर्मा ने कहा कि शहरी क्षेत्र में बाहरी वायु प्रदूषण की समस्या गंभीर है तथा इसे शुद्ध करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। हालांकि वर्तमान में आंतरिक वायु शोधकों की प्रक्रिया द्वारा सीमित समाधान उपलब्ध है। आंतरिक वायु शोधक केवल एक बंद वातावरण में काम कर सकते हैं, लेकिन बाहरी वायु शोधन एक बड़ी चुनौती है। इस प्रकार की सस्ती और आसानी से संचालन करने योग्य उपकरणों की एनसीआर की वायु प्रदूषण समस्या के समाधान के लिए आवश्यकता है। उन्होंने इस प्रकार की तकनीक बनाने के लिए अमित भटनागर को धन्यवाद दिया। क्या है शुद्ध वायु तकनीक : गुरूग्राम निवासी अमित भटनागर के अनुसार इंडियन इंस्टीट्यूज ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली के साथ शुद्ध वायु टैक्नोलॉजिज प्राईवेट लिमिटेड गाडिय़ों की छतों पर स्थापित किया जाने वाले यंत्र विकसित करने पर काम कर रही है। यह अनुसंधान एवं विकास परियोजना विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी)के सहयोग से स्थापित किया गया है। यह यंत्र दो सिद्धांतों पर काम करता है। दबाव निस्पंदन के लिए गति का दबाव में रूपांतरण और छानने के काम की दक्षता को बनाए रखने के लिए छाने हुए पदार्थ से धूल का पृथक्करण। यह यंत्र गाड़ी की छत पर हवा में गतिशील ऊजा का उपयोग करता है। जब गाड़ी चलती है, तो प्रदूषित हवा गतिशील वाहन से टकराती है, जिससे फिल्टर में मौजूद श्रंृखला हवा में मौजूद धूल को अपने अंदर सोख लेती है एवं शुद्ध वायु का निकास करती है। शुद्ध वायु फिल्टर में तीन परते हैं, जिनमें पहली परत रेशा, धूल और धंूए के कणों को पकडऩे वाली अलग-अलग प्रकार के फोम से बनी है। दूसरी परत प्री-फिल्टर सुनिश्चित करती है कि 100 माईक्रोन से बड़ा कोई भी कण फिल्टर तक ना पहुंचे और उसकी दक्षता को बनाए रखे। तीसरी परत 100 माईक्रोन से छोटे कण को पकडऩे में दक्ष होती है। औसतन, वाहन के 100 किलोमीटर चलने में शुद्ध वायु फिल्टर के वजन में 4 ग्राम का परिवर्तन होता है। शुद्ध वायु फिल्टर के तीन अलग-अलग मॉडल हैं, जो विभिन्न आकारों में आते हैं। इसकी अनुमानित लागत 8 हजार रूपए से 12 हजार रूपए है। इसके रख-रखाव का मासिक खर्च मात्र 500 रूपए है। Post navigation धर्म एवं संस्कृति राष्ट्र के निर्माण, राष्ट्रीयता के संरक्षण में सहायक: शंकराचार्य नरेंद्रानंद चिंटल पैराडिसो हादसा……16 घंटे तक राहत कार्य में दो की हुई डैथ और दो बचे सेफ