अमृत योजना पर उठाए सवाल केन्द्र सरकार के विकास के दावें एक के बाद एक झूठे साबित होते जा रहे : अशोक बुवानीवाला

सोहना बाबू सिंगला

केन्द्र सरकार द्वारा शहरी क्षेत्रों में सीवर, ड्रेनेज और पेयजल सुविधाओं के लिए 25 जून 2015 को शुरू की गई अमृत योजना में बड़ें पैमाने पर खामियां सामने आई है। अटल नवीनीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत) योजनाओं के तहत फरीदाबाद, गुरूग्राम, सोनीपत सहित हरियाणा के 18 शहरों में 1963.37 करोड़ लागत की 37 परियोजनाओं पर चल रहे कार्यों में केवल छ: योजनाएं ही ऐसी है जिनमें 95 फीसद से अधिक काम पूरा हुआ है बाकी योजनाएं अधूरी पड़ी हुई है। इन परियोजनाओं में 18 में से 6 शहरों की परियोजनाओं में तो केवल मात्र 50 प्रतिशत से भी कम काम हुआ है।

हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता अशोक बुवानीवाला ने अमृत योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि केन्द्र सरकार के विकास के दावें एक के बाद एक झूठे साबित होते जा रहे हैं। गुरूग्राम जैसे शहर में सीवरेज की एक योजना पर ही 82 प्रतिशत काम पूरा हुआ है जबकि 18 प्रतिशत कार्य केन्द्र सरकार के 7 साल बीत जाने के बावजूद भी पूरा नहीं हुआ है। इन परियोजनाओं में धांधलियों की आशंका जताते हुए बुवानीवाला ने कहा कि विकास के नाम पर झूठे दावें ठोके जा रहे हैं। बुवानीवाला ने इस परियोजना में भिवानी शहर को शामिल न करने पर भी प्रदेश व केन्द्र सरकार की आलोचना की है।

उन्होंने कहा कि सर्वविदित है कि भिवानी शहर की सीवरेज व पेयजल व्यवस्था की स्थिती बहुत ही दुर्गम स्थिती में है। शहर की ज्यादात्तर गलियों में पुरानी हो चुकी सीवरेज व्यवस्था ब्लॉक हो चुकी है। जिस कारण गंदा पानी सडक़ों व गलियों में तो भरा ही रहता है साथ में पेयजल लाईन में मिक्स होकर भी घरों तक पहुंचता है। उन्होंने कहा कि अमृत योजना के समय प्रदेश सरकार को केन्द्र के समक्ष भिवानी की आवाज उठानी चाहिए थी। भाजपा शासित केन्द्र व प्रदेश सरकार का भिवानी के साथ सौतले व्यवहार बिल्कुल भी ठीक नहीं है।

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