सोहना बाबू सिंगला

नौकरी से निकाले गए एलडीसी को वापस ड्यूटी पर न लेने, कर्मचारियों की लंबित मांगों का समाधान न करने और 12 सब डिवीजन को निजी हाथों में सौंपने के प्रयासों के खिलाफ बिजली कर्मियों ने चीफ इंजीनियर के खिलाफ आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। यह निर्णय बृहस्पतिवार को सोहना सब डिवीजन में आयोजित आल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन की जोन स्तरीय बैठक में लिया गया।

बैठक में मांग पत्र देने के बावजूद चीफ इंजीनियर द्वारा समस्याओं का समाधान करना तो दूर यूनियन को बातचीत तक के लिए आमंत्रित करने की घोर निन्दा की। बैठक में लिए गए आंदोलन के निर्णयानुसार 21 फरवरी को चीफ इंजीनियर गुरुग्राम आफिस पर आक्रोश प्रदर्शन किया जाएगा। इससे पहले 17 फरवरी को जोन की सभी सब डिवीजन में विरोध गेट मीटिंग आयोजित की जाएगी। चीफ इंजीनियर को 4 फरवरी को आंदोलन का नोटिस का नोटिस दिया जाएगा।बैठक में सर्व सम्मति से केन्द्रीय ट्रेड यूनियन एवं कर्मचारी संघों के आह्वान पर 28-29 मार्च को आयोजित राष्ट्रव्यापी हड़ताल में बढ़-चढ़कर शामिल होने का फैसला लिया गया। बैठक की अध्यक्षता यूनियन के उप प्रधान सुदाम पाल ने की और संचालन उप महासचिव जितेन्द्र तेवतिया ने किया।

बैठक में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा एवं एएचपीसी वर्कर यूनियन के उप प्रधान सुभाष लांबा, एएचपीसी वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी व सामून खां, केन्द्रीय कमेटी के सदस्य विनोद कुमार, डालचंद,मनोज जाखड़, सर्कल सचिव सुशील शर्मा, राजेश शर्मा,धनराज आदि मौजूद थे। बैठक में पुरानी पेंशन बहाली, सर्कल-1 से नौकरी से निकाले गए एलडीसी को वापस लेने,  ठेका प्रथा समाप्त कर कच्चे कर्मियों को पक्का करने, तब तक समान काम समान वेतन व सेवा सुरक्षा प्रदान करने और स्टाफ की भारी कमी और आवश्यक संसाधन मुहैया कराए बिना राईट टू सर्विस एक्ट लागू करने,लिफ्टर के लिए ड्राइवर मुहैया कराने और वर्कलोड के मुताबिक नई भर्ती करने की बजाय फरीदाबाद व गुरुग्राम की 12 सब डिवीजन को को निजी हाथों में सौंपने की कड़े शब्दों में निन्दा की गई।

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