– होम स्टे पॉलिसी से आर्द्र भूमि के आस पास के ग्रामीण होंगे लाभांवित-सीएम
– 2 साल में 4500 तालाबों का किया जाएगा जीर्णोद्धार

ग्ुरूग्राम , 2 फरवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज कहा कि विकास के नाम पर प्रकृति के साथ खिलवाड़ ना करें तभी भावी पीढ़ियों को अच्छा पर्यावरण मिल पाएगा। उन्होंने वर्ल्ड वेटलैंड डे के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज का दिन संकल्प लेने का दिवस है क्योंकि प्रकृति की गोद में ही हम सबका विकास है । प्रकृति केवल मनुष्य के लिए ही नही है, बल्कि इस पर सभी पक्षियों, जीवों का भी अधिकार है, इसलिए सभी समन्वय करके चलेंगे तो अच्छा होगा।

वे आज वर्ल्ड वेटलैंड डे के अवसर पर गुरूग्राम के सुल्तानपुर नेशनल पार्क में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय समारोह में बोल रहे थे। समारोह में केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव मुख्य अतिथि थे। उन्होंने बताया कि हरियाणा में होम स्टे पॉलिसी बन गई है। इस पॉलिसी के बनने से आर्द्र भूमि सुल्तानपुर तथा भिंडावास के आस पास के गांवों के लोग सहभागी बनेंगे तो इन स्थलों पर आने वाले पर्यटक ग्रामीण दर्शन का लाभ भी ले पाएंगे और इससे आस पास के लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।

मुख्यमंत्री ने प्रकृति संरक्षण में लगी संस्थाओं का आभार जताते हुए कहा कि हमने हरियाणा में पेड़ों को प्राणवायु देवता कहा है और कोरोनाकाल में आई ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए वन लगाने का निर्णय लिया जिन्हे ऑक्सी वन का नाम दिया गया है। साथ ही 75 वर्ष से ज्यादा आयु के पेड़ जैसे -बड़ , पीपल, पिलखन आदि का रख-रखाव करने वाले व्यक्ति के लिए सालाना 2500 रूपये पेंशन का भी प्रावधान किया है।

उन्होंने बताया कि सुल्तानपुर नेशनल पार्क में हर वर्ष 100 से ज्यादा प्रजातियों के लगभग 50 हजार पक्षी विश्व के अलग-2 देशों से यहां पहुंचते हैं और भिंडावास में 80 से ज्यादा प्रजातियों के लगभग 40 हजार पक्षी हर वर्ष आते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पक्षी और जीव -जंतु पानी की सफाई करते हैं तथा भूमि को छिद्रदार बनाने में सहायक होते हैं, परंतु रासायनिक खादों व कीटनाशक के प्रयोग से भूमि को उपजाउ बनाने वाले कीड़े जैसे कैंचुए व अन्य मित्र जीव -जंतु व पक्षी खत्म हो गए हैं तथा मिट्टी की परत सख्त हो गई है। यही वजह है कि हरियाणा में लगभग 8 लाख एकड़ जमीन जलभराव के अंतर्गत आ गई है।

मुख्यमंत्री ने आम बजट में रासायनिक खादों के प्रयोग को कम करने व प्राकृतिक खेती पर ध्यान देने का प्रावधान करने के लिए प्रधानमंत्री तथा वित मंत्री का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में लगभग 18 हजार तालाब हैं जिनमें से 6 हजार तालाब खराब स्थिति मे हैं। इनमें से 1900 तालाबों का इस वर्ष तथा 2500 तालाबों का अगले वर्ष जीर्णोंद्धार किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश में ‘ पोंड एंड वेस्ट वाटर मैनेजमेंट अथोरिटी‘ बनाई गई है।

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