भाजपा और जजपा में भगदड़, इनेलो का तेजी से बढ़ रहा है जनाधार. लोकतंत्र में सबसे बड़ी ताकत होती है किसी भी संगठन की मजबूती . किसानों के संगठन-एकजुटता के सामने मोदी सरकार ने टेके घुटने. अभय चौटाला ने दिया था इस्तीफा, थोपे कृषि विल भी हुए वापिस फतह सिंह उजालापटौदी । हरियाणा में राजनीतिक हालात बहुत तेजी से बदल रहे हैं । सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी के एमएलए और एमपी भी परेशान है कि अफसरशाही उनका कहना नहीं मान रही है । इंडियन नेशनल लोकदल को धोखा देकर अलग से बनाई गई जननायक जनता पार्टी का जनाधार भी तेजी से सिमटता जा रहा है । ऐसे में प्रदेश की जनता के सामने एक मात्र विकल्प इंडियन नेशनल लोकदल ही मौजूद है। इतना ही नहीं विभिन्न पार्टियों के वरिष्ठ नेता और समर्पित कार्यकर्ता इंडियन नेशनल लोकदल में शामिल हो रहे हैं। यह बात इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश भारती ने संडे को गोपी कृष्ण वाटिका हेली मंडी में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक के बीच में कहीं । उन्होंने कहा किसी भी संगठन की ताकत उसके समर्पित कार्यकर्ता ही होते हैं । संगठन और सरकार दोनों का कार्य अलग-अलग होता है । कार्यकर्ताओं का पहला कर्तव्य संगठन को मजबूत बना, संगठन की नीतियों को जनता के बीच में ले जाकर बताना और पार्टी के पक्ष में अधिक से अधिक मतदान करवाकर सरकार बनाना होता है। किन्ही कारणों से इंडियन नेशनल लोकदल से अलग हो चुके अनेक नेता और कार्यकर्ता फिर से चौधरी ओमप्रकाश चौटाला और अभय सिंह चौटाला के द्वारा किसान और प्रदेश हित में किए जा रहे कार्यों को देख कर एक बार फिर से घर वापसी कर रहे हैं । इस मौके पर इंडियन नेशनल लोकदल के जिला प्रभारी अशोक जैन, जिला अध्यक्ष रोहतास खटाना, प्रदेश प्रवक्ता सुखबीर तवर, हल्का प्रधान पपली सरपंच, रमेश गर्ग सेठी, मुजाहिद साबरी, छन्नू राम बावरिया, धर्मपाल बोहड़ा, पूर्व पार्षद प्रवीण राव यादव , पवन बोहड़ा , राज मिलकपुर , सूबेदार वेद प्रकाश, विशंभर थानेदार, दिनेश बिनोला, कालू सरपंच , धनराज यादव, महावीर सरपंच, ईश्वर खोड, महावीर बिलासपुर, राजेंद्र शर्मा , कुलदीप बढ़ावा, नरेंद्र शर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे । इस मौके पर इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश भारती ने आरोपित शब्दों में कहा कि भारतीय जनता पार्टी धर्म और जाति के नाम पर फूट डालकर लोगों को भड़का रही है। विकास के मुद्दों पर बात नहीं कर के भारतीय जनता पार्टी पांच राज्यों के चुनावों में भी हिंदू और मुसलमान का ही राग अलाप रही है । पीएम मोदी को सत्ता का घमंडउन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी को सत्ता का घमंड हो चुका है और इसी घमंड के कारण ही उन्होंने किसानों से बिना पूछे किसानों की बिना इच्छा के अपनी मर्जी के जबरदस्ती तीन कृषि कानून थोप दिए। पीएम मोदी की इस मनमानी के खिलाफ 13 महीने तक देशभर के किसान दिल्ली के चारों तरफ डेरा डालकर बैठे रहे और अपनी अटूट एकता अखंडता का पीएम मोदी को एहसास करवा दिया। जिसका परिणाम यह हुआ कि पीएम मोदी को संगठन के सामने झुक कर कृषि कानून वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ गया । किसानों ने सही मायने में लोकतंत्र की ताकत का पीएम मोदी को एहसास करवाने का काम किया है। अब समय आ गया है कि लोगों को आम जनता को अपने हितैषी नेताओं और जनहित की नीतियां बनाने वाली और लागू करने वाली पार्टियों को पहचान कर उन्हें ही सत्ता में लाना होगा। उन्होंने कहा यह किसान एकता और अखंडता का ही परिणाम था कि हरियाणा में सीएम और डिप्टी सीएम के ने तो हेलीकॉप्टर उतर सके और ना ही वह लोग कहीं अपनी जनसभा भी करने में कामयाब रहे। हालांकि इस दौरान बीजेपी की हरियाणा सरकार के द्वारा जो कुछ भी हथकंडे अपनाए गए, वह किसी से छिपे नहीं रह सके हैं । 14 को अभय सिंह चौटाला की जनसभा इसी मौके पर उन्होंने कहा कि आगामी 14 फरवरी को पटौदी विधानसभा क्षेत्र में ही विधायक अभय सिंह चौटाला की जनसभा का आयोजन किया जाना है और इस जनसभा को कामयाब बनाने के लिए सभी कार्यकर्ता गांव-गांव में पहुंचकर इंडियन नेशनल लोकदल सहित चौधरी देवीलाल के द्वारा किसान गरीब मजदूर कमेरे वर्ग के हित में किए गए कार्यों की जानकारी दें । चौधरी देवीलाल ने बुढ़ापा सम्मान राशि के तौर पर जो पेंशन आरंभ की थी , आज विभिन्न प्रकार के बहाने बनाकर मौजूदा हरियाणा की गठबंधन सरकार के द्वारा इस पेंशन को भी बंद किया जा रहा है । उन्होंने सवाल किया की क्या देवीलाल ने बुढ़ापा सम्मान पेंशन किसी जाति धर्म वर्ग संप्रदाय को देखकर लागू की थी ? इसका लाभ 36 बिरादरी के बुजुर्गों को मिलता आ रहा था । लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने आय की सीमा की आड़ में बुजुर्गों को मिलने वाली यह सम्मान राशि पर भी ताला लगा दिया है । लेकिन नौकरियां अटैची से लग रहीउन्होंने कहा एक तरफ तो हरियाणा के सीएम खट्टर दावा कर रहे हैं कि बिना खर्ची बिना पर्ची की सरकार चल रही है , लेकिन नौकरियां अटैची से लग रही हैं । सबसे अधिक पेपर भी सीएम खट्टर नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में ही हुए हैं। एग्जाम देने के नाम पर लाखों बेरोजगार युवाओं से करोड़ों रुपए का राजस्व सरकार वसूल कर चुकी है । लेकिन पेपर कब होंगे होंगे भी या नहीं होंगे यह डर हमेशा बेरोजगार युवाओं को सताता रहता है । इसी बैठक में उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम खट्टर और पूर्व सीएम हुड्डा दोनों ही आपस में मिले हुए हैं । पूर्व सीएम हुड्डा तो इस बात से भी मना कर चुके हैं कि एचपीएससी के खिलाफ कुछ नहीं बोलूंगा , किसी प्रकार का प्रदर्शन किया जाएगा। इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश भारती ने आरोप लगाया कि हुड्डा को इस बात का डर सता रहा है कि उन्होंने मुंह खोला तो हुड्डा साहब का जेल जाना भी तय है । उन्होंने आश्वासन दिलाया कि हरियाणा में जब भी इंडियन नेशनल लोकदल की सरकार बनेगी चौधरी ओमप्रकाश चौटाला बुढ़ापा सम्मान राशि को ढाई हजार से बढ़ाकर सीधा 5000 कर लेंगे । उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि आपसी छोटे-मोटे मतभेद भुलाकर इंडियन नेशनल लोकदल की मजबूती सहित सरकार बनाने के लिए अभी से रात दिन मेहनत करें। सरकार बनने पर कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत का फल भी अवश्य प्राप्त होगा। Post navigation गीता और रामायण के समान ही हमारा संविधान पवित्र : धर्मदेव भारत माता , शिव परिवार और नवग्रह प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई