-देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि कलाकारों को ऐसे ब्लैक लिस्ट किया गया हो
-कला परिषद के निदेशक की ओर से पटियाला और इलाहाबाद भेजी गई लिस्ट से कलाकारों को काम मिलना हुआ बंद
विश्वदीपक त्रिखा

गुरुग्राम। मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर कुरुक्षेत्र के पूर्व उप-निदेशक विश्वदीपक त्रिखा ने हरियाणा के 24 कलाकारों के खिलाफ हरियाणा कला परिषद की कार्रवाई पर विरोध जाहिर किया है। उन्होंने कहा है कि ऐसे किसी कलाकार को ब्लैक लिस्ट करना न्याय संगत नहीं है। यह एक तरह से कलाकारों का मनोबल गिराना है। साथ ही उन्होंने कला परिषद की ओर से की गई इस कार्रवाई की जांच की भी मांग की है, क्योंकि विभाग के अधिकारियों द्वारा ऐसा कोई पत्र नहीं भेजने की बात कही जा रही है।

विश्वदीपक त्रिखा ने कहा कि हरियाणा कला परिषद के निदेशक की ओर से हरियाणा के 24 कलाकारों के नाम सहित एक सूची बनाकर पटियाला और इलाहाबाद कला अकादमी को भेजी गई। इस सूची में साफ लिखा गया कि सरकार के खिलाफ काम करने पर इन कलाकारों को ब्लैक लिस्ट किया गया है। इसलिए इन्हें कोई काम ना दिया जाए। इसके साथ ही ये सभी 24 कलाकार वहां से भी ब्लैक लिस्ट हो गए।

उन्होंने बताया कि ब्लैक लिस्ट करने के बारे में जब उन्हें पत्र मिला तो उसकी जानकारी मांगी गई। रोहतक जोन के एडिशनल डायरेक्टर और सीएम के ओएसडी गजेंद्र फौगाट व विभाग के प्रिंसिपल सेक्रट्री डी. सुरेश को पत्र लिखकर ब्लैक लिस्ट करने के बारे में जानकारी मांगी गई। दोनों अधिकारियों की ओर से जवाब मिला कि उन्होंने इस तरह का कोई पत्र जारी नहीं किया है।

त्रिखा का कहना है कि ब्लैक लिस्ट किए गए कलाकारों के पत्र पर निदेशक संजय भसीन के हस्ताक्षर हैं। सरकार को उनसे जवाब लेना चाहिए कि आखिर कलाकारों ने क्या गुनाह किया है, जो उन्हें ब्लैक लिस्ट कर दिया गया। उनकी इस कार्यवाही से कलाकारों को काम मिलना बंद हो गया है। हरियाणा में पहले से दुर्भावना से काम हो रहा है। कलाकार अधिकारियों की राजनीति का शिकार हैं। अब रही सही कसर उन्हें ब्लैक लिस्ट करके निकाल दी गई है। अब उनके सामने काम का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने सीएम विंडो पर शिकायत देकर इस पत्र की जांच की मांग की है। साथ ही कहा है कि कलाकारों के साथ ऐसा व्यवहार करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई भी हो।

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