सोहना बाबू सिंगला हरियाणा के सपूत देश के लिए कुर्बानी देने में हमेशा आगे रहे हैं। प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और शौर्य गाथाओं को अमर रखने के लिए अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा वैश्य समाज के गौरव स्वतंत्रता सेनानी हुकूम चंद जैन का 164 वाँ शहीदी दिवस का आयोजन पहली बार सभी ज़िलों में आयोजित करेगा। ये बात प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने आज प्रैस को जारी अपने वक्तव्य में कही है। बुवानीवाला ने प्रदेश की सभी वैश्य व जैन समाज की संस्थाओं से भी अपील कि 19 जनवरी 1858 के स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हुए हुकुम चंद जैन जो कि अग्रिम पंक्ति के स्वतंत्रता सेनानी थे।उनका शहीद दिवस आयोजित कर भावी पीढ़ी को प्रेरणा दे। शहीद हुकूम चंद जैन का जन्म वर्ष 1816 में हरियाणा के हासी में हुआ था। इस लिए उनके शहीद दिवस वाले दिन प्रदेश के हर शहर में स्वतंत्रता सेनानी हुकूम चंद जैन की मुर्ति के समक्ष पुष्पांजलि कर ग्यारह दीप जलाएँ ओर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करे। बुवानीवाला ने शहीद हुकूम चंद जैन को स्मरण करते हुऐ कहा की वे महान देश भगत व कुशल प्रशासक थे उनकी काबलियत को देखते हुए बहादुरशाह जफर ने उन्हें हासी, हिसार और करनाल जिले के कुछ गावों का कानूनगो नियुक्त किया था। 29 मई, 1857 को लाला हुकुम चंद तथा मुनीर बेग के नेतृत्व में जनता ने अंग्रेजी शासन के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद किया था। हासी की लाल सड़क देश की आजादी के लिए यहा के वीरों द्वारा दी गई कुर्बानियों की साक्षी है। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में बहादुरशाह को सहायता करने का आश्वासन देने का पत्र लिखने के आरोप में अंग्रेजों ने हुकुम चंद व उनके भतीजे फकीर चंद तथा मिर्जा मुनीर बेग को फांसी पर लटका दिया था। Post navigation सोहना में सिख समुदाय ने किया नगर कीर्तन का आयोजन एसडीएम के आदेश के बाद भी आज तक नहीं हटा शौचालय