बुजुर्ग की दर्दीली आवाज की डीटीपी आरएस बाट के दिल पर चोट !

तोड़फोड़ की कार्रवाई को विराम दे काफिले का रुख गुरुग्राम मोड़ा.
यो अफसर तो ईमानदार है , परंतू किसी किसी की भी मानता नहीं.
वृद्ध ने आशियाना टूटने पर आंखों में आंसू लिए दर्दीली आवाज में कहा

फतह सिंह उजाला

पटौदी। अफसर तो ईमानदार है , परंतू किसी किसी की मानता नहीं है। यह बात शुक्रवार को फर्रुखनगर की आधा दर्जन कॉलोनियों को नेस्ताबूत कर रही आरएस बाट की टीम द्वारा लोगों के तोडे जा रहे आसयाने के दौरान एक वृद्ध ने आशियाना टूटने पर आंखों में आंसू लिए दर्द भरी आवाज में कहा। इतना सुनते ही डीटीपी आरएस भाट ने तोड़फोड़ की कार्रवाई की विराम देकर अपने काफिले का रुख गुरुग्राम की तरफ मोड़ दिया।

इसके बाद में डीटीपी आरएस बाट के निशाने पर आ चुके कई कॉलोनाईजरों ने राहत की सांस ली। डीटीपी की टीम द्वारा फर्रुखनगर में आधा दर्जन कालोनियों में बने रास्ते, करीब 50 बाउंडरीवाल, आधा दर्जन मकान, दो दर्जन दुकानों के अलावा प्रॉपटी डीलरों के ऑफिसों को जमीदोज कर दिया। आरएसबाट की कार्रवाई पर विराम लगाने के लिए कॉलोनाईजरों ने अपने अपने आकाओं से सर्म्पक साधे लेकिन तोडफोड की कार्रवाई भारी पुलिस बल की मौजूदगी में निर्बाद गति से जारी रहीं।  

ड्रोन से फर्रुखनगर में कॉलोनियों का सर्वे
डीटीपी आरएस बाट ने बताया कि सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार फर्रुखनगर ही नही अपितु जिला गुरुग्राम में अवैध कॉलोनियों को किसी भी सूरत में पनपने नहीं दिया जाएगा। इसके लिए पूरी तैयारियां कर ली गई है। जल्द ही एक माह के अंदर ड्रोन द्वारा फर्रुखनगर की सभी कॉलोनियों का सर्वे कराया जाएगा। इस दौरान किसी भी प्रकार का नया निर्माण या अवैध कॉलोनियों को काटा जाता है तो कॉलोनाईजरों के खिलाफ एफआईआर तो दर्ज होगी ही साथ में उक्त भूमि पर खरीद फरोक्त पर भी सरकार द्वारा रेड पेन से रिकार्ड में प्रतिबंध की कार्रवाई भी की जाएगी। कॉलोनियों में अतीत में की गई तोड फोड व आज की गई तोड फोड का सारा हर्जा खर्चा ब्याज सहित वसुला जाएगा। जिन कॉलोनाईजरों ने खर्चे के नोटिस के बाद भी तय की गई जुर्माना राशि राजकोष में जमा नहीं कराई तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

कॉलोनाईजरों के झांसे में ना आये
डीटीपी आरएस बाट ने कहा कि कॉलोनाईजर सस्ते दामों पर कृषि योग्य भूमि की खरीद कर डालते है और गरीब लोगों को सरकारी सुविधाओं का हवाला देकर उन्हे अवैध कालोनियों में प्लाट मोटी रकम वसुल कर बेच देते है। जिससे गरीब आदमी उनके झांसे में आकर अपने खून पसीने से कमाई गई पूंजी को प्लाट में मकान बना कर लगा देता है। तोडफोड की कार्रवाई से उन्हें नुक्सान पहुंचता है। इसलिए लोगों से अपील है कि किसी भी कॉलोनाईजरों के झांसे में ना आये और अवैध कालोनियों में प्लाटों की खरीद फरोक्त ना करे। उन्होंने बताया कि फर्रुखनगर में अवैध कॉलोनियों को किसी भी सूरत में पनपने नहीं दिया जाएगा। कॉलोनाईजर चाहे कितनी भी बडी पहुंच वाला हो। आगे भी फर्रुखनगर में तोडफोड की कार्रवाई जारी रहेगी।

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