मंडलायुक्त की अध्यक्षता में एचसीएस अधिकारियों व डीआरओ के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित

– *विभिन्न सेशन के माध्यम से कोर्ट वर्क से संबंधित नियमों, कानून की जानकारी के साथ जजमेंट्स देने के बारे में दिया प्रशिक्षण *

गुरुग्राम, 03 जनवरी। गुरुग्राम में मानेसर स्थित हरियाणा राज्य औद्योगिक संरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) ऑडिटोरियम में आज हरियाणा सिविल सेवा (एचसीएस) और ज़िला राजस्व अधिकारियों (डीआरओ) के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता गुरुग्राम के मंडलायुक्त राजीव रंजन ने की। प्रशिक्षण शिविर में नगराधीश,  एसडीएम,  रेवेनुए अधिकारी सहित नगर निगम के जॉइंट कमिश्नर स्तर के अधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान मंडलायुक्त ने कोर्ट वर्क पर फ़ोकस करते हुए उससे जुड़े नियम, रिकार्ड का रख रखाव, कानून व जजमेंट्स देने के बारे में बताया । इससे इन अधिकारियों की कार्यकुशलता में सुधार होगा और कोर्ट केसों के निपटारे में अनावश्यक देरी नहीं होगी जिससे आम जनता को राहत मिलेगी। उपमंडल स्तर पर केसों का समय पर निपटारा होने से सरकार को जो  राजस्व का नुक़सान होता था , वह नहीं होगा।

श्री रंजन ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें विभिन पहलुओं पर गौर करते हुए अपने जजमेंट की क़्वालिटी पर ध्यान देना है । कई बार ऐसा देखने मे आता है कि अधिकारी पूर्व में किसी फैसले के निर्णय को आधार मानते हुए अपने केसों का जजमेंट देते है। उन्होंने कहा कि हमें पूर्व में लिए गए निर्णयों का रेफरेंस अवश्य लेना चाहिए लेकिन साथ ही यह भी देखना चाहिए कि दोनों केसों की परिस्थितियों में क्या अंतर है।

श्री रंजन ने कहा कि प्रशासनिक सेवा से जुड़े अधिकारियों को कानून व नियम का सही ज्ञान होना आवश्यक है। साथ ही स्वीकृत तथ्य व  विवादित तथ्यों की पूरी जानकारी होनी चाहिए । जब तक आपको तथ्यों की सही जानकारी  हासिल नहीं है, आप अच्छा निर्णय नहीं दे सकते। अधिकारियों को यह देखना चाहिए कि उनके केस में कोर्ट की दलील क्या है। उन्होंने सभी अधिकारियों को सुझाव देते हुए कहा कि आप सभी को प्रत्येक छह महीने में एविडेंस एक्ट जरूर पढ़ना चाहिए, आप जितनी बार इस एक्ट को पढ़ेंगे आपके निर्णयों में उतनी स्पष्टता  आएगी।

मंडलायुक्त ने बताया कि हरियाणा सरकार की प्रशिक्षण पॉलिसी के तहत प्रदेश सरकार द्वारा सभी अधिकारियों की कार्यशैली को गुणवत्तापरक करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर खासा जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए ही आज यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया था। समय समय पर आयोजित किए गए  इन प्रशिक्षण शिविरों से अधिकारियों की कार्यशैली में सुधार होने के साथ साथ कोर्ट से संबंधित मामलों में भी वे मजबूती के साथ अपना पक्ष रख सकते हैं।

प्रशिक्षण शिविर में गुरुग्राम के नगराधीश सिद्धार्थ दहिया, पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार, बादशाहपुर के एसडीएम सतीश यादव, सोहना के एसडीएम जितेंद्र गर्ग भी उपस्थित थे।

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