परियोजना के तहत 1314 किलोमीटर क्षेत्र में बिछाई जा चुकी है एचटी केबल जबकि विभिन्न क्षेत्रों में लगाए जा चुके है 230 स्मार्ट फीडर गुरूग्राम, 1 जनवरी। राज्य सरकार द्वारा गुरुग्राम को स्मार्टेस्ट सिटी बनाने की दिशा में वर्ष -2021 में कई कदम उठाए गए, जिनमें बिजली आपूर्ति की स्मार्ट प्रणाली विकसित करने की दिशा में चल रहे कार्य को गति मिली और इसका फायदा गुरुग्राम शहरवासियों को भविष्य में मिलेगा। कोरोना काल की चुनौतियों के बावजूद जिला में लोगों को निर्बाध बिजली उपलब्ध करवाने की कवायद जारी रही। बिजली आपूर्ति प्रणाली को स्मार्ट बनाने और जिलावासियों को निर्बाध बिजली उपलब्ध करवाने के लिए स्मार्ट ग्रिड परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। स्मार्ट ग्रिड परियोजना के तहत जिला में 2 लाख 97 हज़ार स्मार्ट मीटर इंस्टॉल किए जाएंगे जिनमें से अब तक अलग-अलग क्षेत्रों में एक लाख 57 हजार स्मार्ट मीटर इंस्टॉल किए जा चुके हैं। इसके अलावा इस परियोजना के तहत जिला में 1999 किलोमीटर क्षेत्र में एचटी केबल बिछाने का कार्य किए जाने का लक्ष्य रखा गया है जिनमें से 1314 किलोमीटर क्षेत्र में एचटी केबल बिछाई जा चुकी है। इसके अलावा जिला के अलग-अलग क्षेत्रों में 583 स्मार्ट फीडर लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से अब तक 230 स्मार्ट फीडर लगाए जा चुके हैं। इस प्रोजेक्ट के प्रथम चरण के तहत ओवरहैड 11 केवी की डिस्ट्रीब्यूशन लाइनों को अंडरग्राउंड करने का काम किया जा रहा है और लो ट्रांसमिशन लाइनों पर बड़े कंडक्टर लगाकर सुधार किया जा रहा है। यही नहीं, 11केवी हाई ट्रांसमिशन लाइनों के साथ साथ ऑप्टिकल फाइबर भी बिछाई जा रही हैं जो कम्युनिकेशन नेटवर्क में प्रयोग होंगी। इस चरण को लागू करने के लिए जिला को अलग-अलग जोन में बांटते हुए काम किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्युजिशन सिस्टम (स्काडा) बनाने का कार्य भी चल रहा हैै, जो कि एक कंट्रोल रूम की तरह काम करेगा और एक फीडर पर ब्रेकडाउन होने पर दूसरे फीडर से सप्लाई चालू की जा सकेगी। स्मार्ट मीटर सीधे हिसार में स्थित दूसरे कंट्रोल रूम से जुडे रहेंगे और वहाँसे बिजली चोरी करने वाले लोगों तथा बिजली का बिल ना भरने वाले डिफाल्टरों पर नजर रखी जा सकेगी। इस सिस्टम के माध्यम से बिजली निगम तथा उपभोक्ता के बीच में एक तरह का कम्युनिकेशन हो सकेगा। इसके साथ ही, बिजली निगम द्वारा उपभोक्ता को लोड रिडक्शन का मैसेज भी इस कंट्रोल रूम के माध्यम से दिया जा सकेगा। स्मार्ट ग्रिड परियोजना को लागू कर रहे दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मुख्य अभियंता विकास मलिक ने बताया कि जो लोग अपने बिजली बिलों का भुगतान समय पर नही करेंगे उनका कनेक्शन कंट्रोल रूम से काटे जाने का भी प्रावधान होगा। परियोजना के तहत जिन 11 केवी लाइनों में रिंग-मेन युनिट लगाए जाएंगे जिनके माध्यम से बिजली गुल होने पर उस क्षेत्र की बिजली सप्लाई कंट्रोल रूम के माध्यम से दूसरी लाइन पर डाली जा सकेगी। उन्होंने बताया कि लोड कम ज्यादा होने की समस्या वाले फीडरों का लोड भी कंट्रोल रूम के माध्यम से बैलेंस किया जा सकेगा। श्री मलिक के अनुसार इन सभी चरणों पर कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। उन्होंने बताया कि प्रौजेक्ट के अंतिमचरण में एलटी लाइनों को अंडरग्राऊंड करने का प्रावधान है जिससे कंज्यूमर सैटिसफेकशन बढ़ेगा। इससे लोगों को ओवरहैड लाइने देखने को नही मिलेंगी और बिजली की लटकती तारों से भी उपभोक्ताओं को निजात मिलेगी। Post navigation रविवार को जिला में वैक्सीनेशन अभियान के तहत 43 टीकाकरण केन्द्रों पर लगेगी कोविशिल्ड की पहली व दूसरी डोज कोविड का प्रकोप….3 से 12 जनवरी तक सभी सरकारी व प्राइवेट शिक्षण संस्थान बंद