चण्डीगढ़ 31 दिसम्बर -हरियाणा के राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि पण्डित लखमी चन्द स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ पर्फोमिंग एण्ड विजुअल आर्टस (सुपवा), रोहतक देश का ऐसा अकेला विश्वविद्यालय है, जो बॉलीवुड तथा हॉलीवुड की फिल्म इन्डस्ट्री से सम्बन्धित विभिन्न कला विधाओं में शिक्षित कर युवाओं के सपने साकार करने के साथ-साथ रोजगार के क्षेत्र में उनका भविष्य स्वर्णीम करेगा। यह बात उन्होंने शुक्रवार को सुपवा विश्वविद्यालय के कुलपति व बॉलीवुड के महान कलाकार श्री गजेंद्र चौहान से बातचीत में कही। गजेंद्र चौहान ने कुलपति का पद ग्रहण करने के बाद पहली बार राज्यपाल व कुलाधिपति श्री दत्तात्रेय से शिष्टाचार मुलाकात की और विश्वविद्यालय के विकास के लिए नीतियों व कार्यक्रमों के बारे में बताया। श्री गजेंद्र चौहान अनेक हिंदी, कन्नड़, तमिल, मलयालम व अन्य भारतीय फिल्मों में अभिनय करने के साथ-साथ विश्व प्रसिद्ध महाभारत सीरियल में युधिष्ठिर की भूमिका निभा चुके हैं। राज्यपाल श्री दत्तात्रेय ने उन्हें कुलपति बनने पर शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोग सरल व सीधे स्वभाव के लोग हैं और इनके स्वभाव में ही कला की अनूठी प्रतिभा है। इस प्रतिभा को निखार कर उचित पटल प्रदान करने में सुपवा विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। विश्वविद्यालय में पढ़ाए जा रहे सभी विषय कला, आर्किटेक्चर, एक्टिंग, मूर्तिकला (पत्थर, लकड़ी, मिट्टी आदि से प्रतिमाओं या वस्तुओं का निर्माण), पेंटिंग, ऐनिमेशन आदि से संबंधित शैक्षणिक सुविधाएं व उपकरण विश्वस्तरीय हैं। इन उपकरणों और इन्फ्रास्ट्रक्चर का भरपूर उपयोग कर छात्रों को इन क्षेत्रों की उंचाईयों तक छू लेने की शिक्षा दी जाएगी। इन सभी उपकरणों व सुविधाओं का छात्रों को सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में उपयोग किया जाएगा। उन्हें आशा है कि गजेंद्र चौहान के नए कुलपति बनने से इस विश्वविद्यालय में सीखने और सिखाने का और बेहतर कार्य होगा। इस विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त छात्रों के लिए हॉलीवुड और बॉलीवुड के रास्ते खुलेंगे तथा छात्र विभिन्न विषयों में अपना भविष्य स्वर्णिम बना पाएंगे जिससे देश व प्रदेश का नाम रोशन होगा। इस शिष्टाचार मुलाकात में कुलपति व मशहूर बॉलीवुड अभिनेता श्री गजेंद्र चौहान ने बताया कि हरियाणा में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। प्रदेश के लोगों की हाजिर-जवाबी शैली से पता चलता है कि इनमें स्वभाविक कला वास करती है। उन्होंने कहा कि वे अब अपने अनुभवों का भरपूर प्रयोग करके प्रदेश के युवाओं और छात्रों को कला के क्षेत्र में और अधिक आकर्षित कर पारंगत करेंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय में चल रहे एकेडमिक कोर्सों में अधिक सुधार करने के साथ प्रैक्टिकल समय को बढ़ाकर छात्रों को फिल्मी दुनिया की विभिन्न विधाओं के लिए तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी 22 जिलों में कला, फैशन, एक्टिंग एनिमेशन और ग्राफिक आदि के लिए वीकेंड कोर्सेज शुरू किए जाएंगे। इसके लिए सुप्रसिद्ध कलाकारा हेमा मालिनी सहित विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञ महान विभूतियों व कलाकारों का पैनल बनाया जा रहा है और उनसे बात भी हो चुकी है। ढांचागत सुविधाओं के लिए जिला स्तर पर स्कूल कॉलेजों का चयन कर सभी तरह की सुविधाएं जुटाई जाएंगी। इसके साथ-साथ उपरोक्त विषयों के लिए सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए जाएंगे। उन्होंने महाभारत सीरियल की यादें ताजा ताजा करते हुए अपने अनुभव भी साझा किए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान महाभारत सीरियल की टीआरपी सबसे अधिक रही और इसी कोरोना काल में 200 करोड़ रुपए तक का राजस्व भी महाभारत सीरियल के माध्यम से अर्जित किया गया। आज भी महाभारत का क्रेज उतना ही है जितना 80 दशक में था। कोरोना काल में महाभारत सीरियल को देखने से लोगों में जीवन की सकारात्मकता के प्रति आत्मबल और आत्मविश्वास बढ़ा है। इसलिए समय-समय पर दूरदर्शन टीवी के माध्यम से बच्चों को महाभारत सीरियल दिखाया जाना चाहिए। महाभारत काव्य सभी काव्यों में श्रेष्ठ काव्य है। यह काव्य मानव जीवन की संपूर्ण पद्धति के बारे में सिखाता है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र पवित्र धरा है, जहां महाभारत का युद्ध हुआ और भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया। इसलिए कुरुक्षेत्र को भी विश्व पटल पर ब्रांडिंग करने पर कार्य किया जाएगा। Post navigation हरियाणा उर्दू अकादमी ने वर्ष 2019 व 2020 के लिए विभिन्न वार्षिक सम्मानों की घोषणा की “मैं पार्टी का वफादार कार्यकर्ता हूं, मैंने कभी भी अपनी पार्टी से कोई विभाग या पद नहीं मांगा”- गृह मंत्री अनिल विज