-हरियाणा भाजपा डेलिगेशन ने फ्लैग प्वाइंट पर फहराया तिरंगा -78 साल पहले नेता जी ने फहराया था अंडमान में तिरंगा, कांग्रेस ने कर दिया था डी-सेरोमोनियल -अमृत महोत्सव पर 4 दिन की काला पानी की यात्रा पर है भाजपा हरियाणा का डेलिगेशन गुरुग्राम – अंडमान में जिस स्थान पर 78 साल पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने तिरंगा फहराया था, गुरुवार को उस फ्लैग प्वाइंट पर पहुंचकर हरियाणा भाजपा के 129 सदस्यीय दल का नेतृत्व कर रहे हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने बडे़ ही भावुक माहौल में तिरंगा फहराया। इंद्रेश कुमार ने आजादी अमृत महोत्सव पर बलिदानियों को याद करने हरियाणा से अंडमान पहुंचे भाजपा नेताओं के 129 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को सराहा, तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने हजारों बलिदानियों को भुला देने का आरोप कांग्रेस पर लगाया। कांग्रेस को लगभग कोसते हुए ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस और उन जैसे हजारों बलिदानियों के साथ धोखा किया है, जिन्होंने आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। धोखे की मानसिकता वाली कांग्रेस ने जिस स्थान पर नेता जी ने झंडा फहराया था, उस पर प्रतिबंध लगाते हुए इसे ‘डी सेरोमोनियल’ घोषित कर दिया था। धनखड़ ने सख्त लहजे में कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों की विरोधी कांग्रेस कभी भी देश को सही दिशा में नहीं ले जा सकती। भुला दिए गए बलिदानियों को नमन करने अंडमान और निकोबार दीप की 4 दिवसीय यात्रा पर निकली हरियाणा भाजपा टीम के सभी सदस्य गुरुवार को सुबह नौ बजे फ्लैग पाॅइंट पर पहुंचे। हाथों में तिरंगा और सिर पर आजाद हिंद फौज की टोपी पहनकर सभी ने ध्वजारोहण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सभी के मन में उन स्वतंत्रता सेनानियों के लिए पीड़ा साफ झलक रही थी, जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी, लेकिन कांग्रेसी ऐजेंडे के चलते उनका नाम भारत के इतिहास में कहीं दर्ज नहीं किया गया। यहां जितने जोश से राष्ट्रगान, वंदेमातरम और आजाद हिंद फौज का गीत “कदम-कदम बढाएं जा” गाया गया उतने ही दर्द भरे मन से “सुभाष जी-सुभाष जी” गीत गाकर नेताजी को याद किया गया। यहां बोलते हुए धनखड़ ने कहा कि बलिदानियों के प्रति भी कांग्रेस ने समान रूप से व्यवहार नहीं किया। कांग्रेसियों ने अपने विचारों के मुताबिक इतिहास लिखा और लिखवाया। यही कारण है कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस द्वारा उठाए गए क्रांतिकारी कार्यों को भी देश से छुपाया गया। धनखड़ ने कहा कि जब 30 दिसंबर 1943 को नेता जी ने आजाद हिंद फौज के मुखिया के नाते अंडमान-निकोबार पर तिरंगा फहरा दिया तो कांग्रेस ने एतराज किया तथा यहां तिरंगा फहराने पर रोक लगाते हुए इसे डी सेरोमोनियल घोषित कर दिया गया। अटल बिहारी की सरकार ने झंडा फहराने की इजाजत दी थी, लेकिन अहंकारी कांग्रेस की मनमोहन सरकार आई तो फिर डी सेरोमोनियल घोषित कर दिया गया। फिर से कांग्रेस द्वारा घोषित डी सेरोमोनियल को नरेंद्र मोदी सरकार ने हटाया। स्वयं मोदी ने 29 दिसंबर 2018 में फ्लैग प्वाइंट पर तिरंगा फहराया था। तब से लगातार 30 दिसंबर को यहां तिरंगा फहराकर नेताजी के बलिदान को याद किया जाता है। इस बार हरियाणा भाजपा ने एतिहासिक कदम उठाते हुए यहां जाने का फैसला लिया और तिरंगा फहराकर कांग्रेस द्वारा उपेक्षित नायकों की मिट्टी पर माथा टेका। … और भावुक हुए धनखड़ ने कहा माफ करना वीरों, हम भावांजलि में कम पड़ गएबलिदानियों की धरती पर हरियाणा भाजपा के सभी नेता भुला दिए गए बलिदानियों की गाथा सुन-सुनकर भावुक हुए तो कांग्रेस द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के साथ किए गए व्यवहार को सोचकर उनका चेहरा बार-बार तमतमाया भी। प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ बलिदानियों को माथा टेककर नमन करते हुए इतने भावुक हो गए कि उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े। उन्होंने भावुक होकर स्वतंत्रता सेनानियों से माफी मांगते हुए कहा कि माफ करना वीरों। तुमने हमारी आजादी के लिए रक्त दिया और हम भावांजलि में भी कम पड़ गए। क्षमा करना हमें क्रातिवीरों। हम क्षमा प्रार्थी हैं। हम दुःखी हैं, उन बेईमान कांग्रेसी सरकारों के पाप से, जिन्होंने तुम्हारी वीरता की गाथाओं को देश से छुपाया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने इसके बाद यही बातें ट्विट करके भी बिसरा दिए गए स्वतंत्रता सेनानियों से माफी मांगी और इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। काला पानी में हरियाणा की छापस्वतंत्रता के 75वें वर्ष को अमृत महोत्सव के रूप में मना रही भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के सवा से अधिक नेताओं का प्रतिनिधि मंडल अंडमान क्लब पहुंचा तो माहौल पूरा देशभक्ति से भर गया। हरियाणा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, उपाध्यक्ष जीएल शर्मा, महामंत्री पवन सैनी, मोहनलाल,मीडिया प्रमुख संजय शर्मा सहित सभी 129 पदाधिकारियों ने लगातार वंदे मातरम और भारत माता की जय से आसमान गुंजायमान रखा। स्थानीय लोगों और स्थानीय गाइड ने भी सभी को बलिदानियों के खून से रंगी मिट्टी के बारे में बताया तो हरियाणा से हजारों किलोमीटर दूर पहुंचे हरियाणावासियों ने भी आजादी के लिए नींव का पत्थर बन गए नायकों की अनसुनी कहानी को अपनी डायरी और मैमोरी में सजाया। हरियाणा से गया यह दल वाईपर आईलैंड और सेलूलर जेल जाकर भी शहीदों को नमन करेगा। यहां से उनकी बलिदानी गाथाओं को संजोकर उन्हें घर घर पहुंचाएगा। Post navigation बलिदान के इतिहास से सरोबार है अहीर कौम – राव इंद्रजीत डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री के लिए नियमों की अधिसूचना जारी करने पर जताया केंद्र सरकार का आभार