-देश की प्रगति और उत्थान में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई व मदन मोहन मालवीय के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता:डा. रामनिवास मानव
-भारतीय  संस्कृति में तुलसी का बड़ा महत्व:राकेश महता

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। संयुक्त भारतीय धर्म संसद हरियाणा प्रांत द्वितीय द्वारा गौड़ ब्राह्मण सभा नारनौल में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई व महामना मदन मोहन मालवीय के जन्मोत्सव पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया। कार्यक्रम के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई व मदन मोहन मालवीय के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस दौरान तुलसी दिवस भी मनाया गया।

 इस मौके पर मुख्य अतिथि डा. रामनिवास मानव ने अपने संबोधन में कहा कि देश की प्रगति और उत्थान में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई व मदन मोहन मालवीय के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की प्रगति व उत्थान के लिए लगाया।

 कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संयुक्त भारतीय धर्म संसद हरियाणा प्रांत द्वितीय के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश महता ने कहा कि भारत रत्न पंडित अटल बिहारी वाजपेई का जन्म बटेश्वर गांव में हुआ उनका पालन पोषण उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेई व माता कृष्णा देवी ने किया उनके पिता एक शिक्षक थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई 18 वर्ष की आयु में भारत छोड़ो आंदोलन में 23 दिन के लिए जेल गए। स्वर्गीय वाजपेयी राजनीतिक में एक ऐसा नाम था जिनका विपक्षी दल भी सम्मान करते थे उनका राजनीतिक जीवन निर्विरोध रहा उनके कार्यकाल में देश ने विकास की बुलंदियों में नए आयाम स्थापित किए वही पंडित मदन मोहन मालवीय का जन्म इलाहाबाद में हुआ उनके पिता धार्मिक कथावाचक थे। मदन मोहन मालवीय चार बार कांग्रेस के अध्यक्ष रहे मरणोपरांत उन्हें देश का सर्वाधिक प्रतिष्ठित सम्मान भारत रत्न 2014 में प्रदान किया गया। 

कार्यक्रम के दौरान बाहर से पधारे कलाकारों ने कवि सम्मेलन के दौरान अपनी रचनाओं से उपस्थित लोगों का समा बांधा।  प्रमोद वत्स, नांगल चौधरी की कविता क्या करें अब प्यार है तो हैफूल पत्थर पर खिलाना,दीप आँधी में जलाना है कठिन फिर भी चुना है धार के विपरीत जाना पर सभा में खुब तालियां बजी।

इस मौके पर श्री महता ने कहा कि आज तुलसी दिवस है भारतीय  संस्कृति में तुलसी का बड़ा महत्व है। इस अवसर पर कवि,संजय पाठक,प्रेम सिंह रेवाड़ी,प्रो.मुकुट अग्रवाल, जाट महासभा के प्रधान विजय पाल,पूर्व चेयरमैन गोविंद भारद्वाज, सुनील गौड़, किशन शर्मा, ओमप्रकाश चौबे, दलीप शर्मा, विनय शर्मा, दिनेश कुमार शर्मा, निरंजन मेहता, मास्टर किशनलाल, दयाकृष्ण शांडिल, केदारनाथ, पूर्व प्रधान भगवानदास सैनी, सरदार बलदेव चहल,रोशन लाल गौड़, धर्मपाल हेड मास्टर व अजय शर्मा एडवोकेट सहित अनेकों लोग मौजूद थे।

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