-सामाजिक पेंशन के लिए परिवार की आय को नहीं माना गया है: मंत्री ओमप्रकाश यादव का बयान-केवल उन लोगों की पेंशन कटेगी जिन वृद्ध पति-पत्नियों की आय दो लाख से अधिक है भारत सारथी/ कौशिक नारनौल । प्रदेश में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ा जा रहा है ताकि पेंशन बनाने की प्रक्रिया और अधिक सरल हो। परिवार पहचान पत्र बनवाते समय परिवारों को अपने मां-बाप का अलग परिवार पहचान पत्र बनाने की जरूरत नहीं है क्योंकि सामाजिक पेंशन के लिए केवल पति पत्नी की आय 2 लाख से कम होनी चाहिए। इसमें पूरे परिवार की आय नहीं देखी जाती। हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा सभी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ा जा रहा है। कुछ नागरिक भ्रम में आकर परिवार पहचान पत्र में अपने माता-पिता का परिवार पहचान पत्र अलग बनवा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को केवल पति पत्नी की आय के साथ जोड़ा गया है। उसके बेटे व परिवार के अन्य सदस्यों की चाहे जितनी भी आय हैं इससे उसका कोई संबंध नहीं है। यदि एक परिवार में एक ही परिवार पहचान पत्र में चार बेटे हैं और उनकी कुल आय दो लाख से भी अधिक है तो भी वृद्ध पति-पत्नी की आय ही देखी जाएगी। उसके परिवार की आय से उनका कोई संबंध नहीं है। श्री यादव ने बताया कि जिन पति पत्नी की सालाना 2 लाख रुपए से अधिक है केवल उनकी पेंशन काटी जाएगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जो लाभार्थी विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ ले रहे हैं उनका डाटा भी परिवार पहचान पत्र के साथ जोडक़र सम्बन्धित योजनाओं के प्रावधानों अनुसार कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने प्रदेश के नागरिकों से आह्वान किया कि वे किसी प्रकार के भ्रम में रहकर अलग-अलग परिवार पहचान पत्र ना बनवाएं। परिवार पहचान पत्र के माध्यम से लोगों को योजनाओं के लिए सुविधाएं दी जाएंगी। Post navigation गौमाता उपचारशाला की लापरवाही से भाराी संख्या में मर रहे गौवंश की दुर्गति कमानिया में निशुल्क आंखों का कैंप लगा