अगले मॉनसून तक दमदमा झील के जीर्णोद्धार का लक्ष्य निर्धारित। गुरुग्राम 22 दिसंबर। गुरुग्राम जिला की दमदमा झील को इसके वास्तविक प्राकृतिक स्वरूप में लौटाने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कार्य योजना तैयार की जा रही है। इस परियोजना का खाका तैयार करने व अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार विमर्श करने को लेकर आज उपायुक्त की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सहयोगी पार्टनर एसबीआई कार्ड, ग्रीन यात्रा नामक एनजीओ तथा केपीएमजी सहित गुरुजल सोसाइटी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस दौरान केंद्र सरकार की टीम ‘नमामि गंगे’ से रिवर फ्रंट डेवलपमेंट एक्सपर्ट काकोली वर्चुअल माध्यम से जुड़ी। इस बैठक में दमदमा झील के जीर्णोद्धार को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने कहा कि दमदमा झील का जीर्णोद्धार एक अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना है। जीर्णोद्धार कार्य शुरू करने से पहले वहां की भौगोलिक स्थिति सहित अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं को लेकर अध्ययन किया जाना अत्यंत आवश्यक है। पहले के समय में दमदमा झील का क्षेत्रफल 70 एकड़ हुआ करता था लेकिन समय के साथ-साथ इसका स्वरूप बदला। उन्होंने बताया कि दमदमा झील को इसके प्राकृतिक स्वरूप में लाने के लिए तकनीकी पहलुओं पर भी काम किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि दमदमा झील के जीर्णोद्धार के लिए पहले इसकी प्री स्टडी की जाएगी और अध्ययन के परिणामों के उपरांत चरणबद्ध तरीके से काम किया जाएगा। दमदमा झील का जीर्णोद्धार को लेकर नमामि गंगे की टीम द्वारा दमदमा झील के आसपास के क्षेत्र का भी निरीक्षण किया जा चुका है। इसके अलावा जीर्णोद्धार कार्य को लेकर रूपरेखा भी तैयार की जा रही है । जल्द ही इस परियोजना की डीपीआर तैयार कर काम शुरू किए जाने की योजना है। उपायुक्त ने कहा कि दमदमा झील एनसीआर क्षेत्र में लोगों का पसंदीदा पर्यटन क्षेत्र हुआ करता था लेकिन इसके प्राकृतिक स्वरूप के खो जाने के साथ-साथ इसकी लोकप्रियता कम हो गई। उन्होंने गुरुजल सोसाइटी के सदस्यों से कहा कि जीर्णोद्धार संबंधित सभी औपचारिकताओं को समय रहते पूरा कर ले ताकि जल्द से जल्द काम शुरू किया जा सके। गुरुजल सोसायटी के प्रतिनिधि ओशो ने बताया कि यह परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में दमदमा झील के जीर्णोद्धार को लेकर विशेषज्ञों की टीम द्वारा प्री स्टडी अर्थात पूर्व अध्ययन किया जाएगा जबकि दूसरे चरण में संबंधित एजेंसी द्वारा परियोजना के तहत धरातल स्तर पर कार्य शुरू किया जाएगा। दमदमा झील के आसपास के 400 एकड़ भूमि पर बायोडायवर्सिटी पार्क भी विकसित किए जाने की योजना है। इसके साथ साथ इन क्षेत्रों में जल संरक्षण व वन्य जीव जंतुओं के संरक्षण हेतु भी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। अध्ययन तथा सर्वे आदि का कार्य फरवरी माह तक पूरा करने तथा अगले मॉनसून तक दमदमा झील के जीर्णोद्धार का कार्य पूरा किए जाने की योजना है। Post navigation योग विशेषज्ञ नियमित करवा रहे योग क्रियाएं हरियाणा निवासी पूर्व आईएएस डॉक्टर राकेश कुमार बने उत्तराखंड पब्लिक सर्विस कमिशन के चेयरमैन