गुरुग्राम 21 दिसंबर सार्वजनिक  स्थानों पर नमाज की विरोध को लेकर  आंदोलन चला रही  संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष संपन्न हुई  महावीर भारद्वाज ने  एक प्रेस विज्ञप्ति  जारी कर जानकारी दी है कि हरिद्वार में तीन दिवसीय धर्म संसद में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पर  समूचे देश में प्रतिबंध लगाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया गया।   उन्होंने बताया कि 17 से 19 दिसंबर तक  चली धर्म संसद में समस्त भारत से  बड़ी संख्या में महामंडलेश्वर महंत एवं पीठाधीश्वर एकत्रित हुए थे।

 संघर्ष समिति के  प्रदेश अध्यक्ष श्री भारद्वाज द्वारा  विज्ञप्ति के साथ संलग्न धर्म संसद की प्रति के आधार पर बताया कि संसद के अंतिम सत्र में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने  सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पर प्रतिबंध को लेकर  प्रस्ताव रखा।  जिसका समर्थन  स्वामी अमृतानंद जी महाराज ने किया।   उन्होंने बताया कि प्रस्ताव को समस्त पूज्य संत समाज ने  दोनों हाथ उठाकर ओम ध्वनि के साथ  प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया।  धर्म संसद में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि  हरियाणा के गुरुग्राम में संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति द्वारा  जिस तरह से सार्वजनिक स्थानों पर लंबे समय से चलो रही नमाज पर लगाम लगाई गई है। ठीक उसी तरह समूचे देश में इसे असंवैधानिक एवं गैर कानूनी करार देते हुए  प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।                

भारत के पूज्य संतों ने धर्म संसद में पारित प्रस्ताव के माध्यम से  केंद्र सरकार से मांग की है कि देश में मुस्लिम समुदाय द्वारा सार्वजनिक एवं खुले स्थानों पर नमाज पर अभिलंब प्रतिबंध लगाना चाहिए। प्रस्ताव में मुस्लिम समुदाय द्वारा किए जा रहे इस कार्य को  असंवैधानिक और गैरकानूनी करार दिया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि नमाज के नाम पर सार्वजनिक एवं संवेदनशील जगहों पर कब्जा करने का यह कुकृत्य नमाज के नाम पर एक फसाद है।

 प्रस्ताव में धर्म संसद ने गुरुग्राम में  संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति द्वारा नमाज पर रोक लगाने के संघर्ष भरे कार्य की  भूरि  भूरि  प्रशंसा की।  सार्वजनिक स्थानों पर नमाज का विरोध करने वाले  इस प्रस्ताव में संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष महावीर भारद्वाज तथा समस्त हिंदू  योद्धाओं ,स्थानीय प्रशासन  व प्रदेश के मुख्यमंत्री को साधुवाद दिया। संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति द्वारा देश के अन्य राज्यों में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज रोकने के लिए पेश पेश किए गए सहयोग का स्वागत किया गया। संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष श्री भारद्वाज ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में  धर्म संसद द्वारा पारित प्रस्ताव की प्रति संगलन करते हुए  कहा कि  अब समय आ गया है कि समूचा देश इस अनैतिक एवं दादागिरी दर्शाने वाले इस कार्य का  संगठित विरोध करें। उन्होंने देश के सभी राज्य सरकारों से भी आग्रह किया है कि  अपने-अपने राज्य में हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी द्वारा दिए गए निर्णय का अनुसरण करें।  श्री भारद्वाज ने कहा है कि गुरुग्राम में चले आंदोलन ने मुस्लिम समाज द्वारा  स्थापित इसे संवैधानिक नैरेटिव को तोड़ा है।  जिस में मौलिक अधिकारों की गलत व्याख्या करके  सार्वजनिक स्थानों पर नमाज को अधिकार की श्रेणी में रखा जा रहा था। 

उन्होंने कहा कि  यह सही है कि संविधान प्रत्येक व्यक्ति को अपने धर्म के अनुसार पूजा करने का अधिकार देता है। लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ जमा करके  किसी को परेशान करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। नमाज के नाम पर सार्वजनिक जगह पर कब्जे की इजाजत दी जा सकती है।   समिति के प्रदेश अध्यक्ष ने अपने समस्त हिंदू योद्धाओं की ओर से  भारत के संत समाज का आभार जताते हुए  कहां है कि केंद्र सरकार को संतो के  निर्देश का पालन करना चाहिए।

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