सोहना बाबू सिंगला

पीड़ित व्यक्ति द्वारा लंबित पड़े हुए अदालत में मामले को निपटाने के लिए लोक अदालत लगाई गई जिसमें मुख्य अतिथि आलोक आनंद जुडिशल मजिस्ट्रेट की देखरेख में पीड़ित व्यक्ति के काफी सालों से पड़े मामले को अधिकांश मौके पर ही निपटा दिया गया लोक अदालत में आए कुल 160 मामले विभिन्न प्रकार के थे जिसमें से 129 मामले लोगों के आपसी सहमति के माध्यम से मौके पर ही निपटा दिए गए जिसमें बैंक से संबंधित 44 मामले सभी को निपटाया गया क्राइम के 34 मामले थे जिनमें 22 मामले को निपटाया गया इसी प्रकार विवाह संबंधित छह मामले लोक अदालत में आए जिनमें सभी का निदान कर दिया गया

इसी प्रकार चेक से संबंधित 25 मामलों में से 20 मामले को आपसी सहमति के द्वारा निपटाया गया इसी प्रकार सिविल केस के 26 मामले आए जिनमें 23 मामले को मौके पर ही निपटा दिया गया इसी प्रकार 25 मामले सभी प्रकार के थे जिनमें आठ मामले का निदान कर दिया गया जिसमें 10200 का जुर्माना लगाया गया इसी प्रकार क्राइम केस में 5630 का जुर्माना लगाकर लोगों को लोक अदालत के माध्यम से काफी समय से चल रहे लोक अदालत के माध्यम से पीड़ित व्यक्ति ने राहत की सांस ली लोक अदालत के अवसर पर सौरभ राघव मेंबर उमेश भारती एडवोकेट नवीन गर्ग एडवोकेट सुनील कुमार एडवोकेट आजम खान एडवोकेट जावेद अहमद एडवोकेट जैनुल बसर एडवोकेट मुबीन एडवोकेट संजीव राघव एडवोकेट नीरज गर्ग एडवोकेट प्रदीप यादव एडवोकेट नरवीर भामला एडवोकेट आदि उपभोक्ता मौके पर मौजूद रहे

वरिष्ठ अधिवक्ता नवीन गर्ग ने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से पीड़ित व्यक्ति के काफी सालों से लंबित पड़े मामलों को मौके पर ही निपटाए जाने से पीड़ित व्यक्तियों को माननीय कोर्ट के चक्कर काट काट कर परेशान होने से मुक्ति मिल पा रही है माननीय हाईकोर्ट के आदेश अनुसार लोगों के विचाराधीन केस को जल्द हल कराने के लिए समय-समय पर लोक अदालत लगाने से राहत मिल पाती है माननीय आनंद आलोक जूनियर मजिस्ट्रेट की निगरानी में लोक अदालत के माध्यम से आपसी समझौता के तौर पर काफी पीड़ित लोगों को परेशानी से छुटकारा मिल पाया है

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