400 बेड के अस्पताल बनाने कि समय सीमा तय हो – राव इंद्रजीत
ओल्ड गुडगांव को मेट्रो से जोड़ने के लिए जल्द मिलेंगे शहरी विकास मंत्री से

गुरुग्राम। केंद्रीय मंत्री योजना मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी में विकास कार्यों को पूरा करने के लिए समय सीमा निश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में बनने वाले 400 बिस्तरों के अस्पताल का मुद्दा पिछले 3 वर्षों से जीएमडीए की बैठक में आता है । उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष अधिकारियों से कहा कि अगली जीएमडीए की मीटिंग में इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं होनी चाहिए बल्कि इसका काम शुरू हो जाना चाहिए। देश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी केंद्रीय मंत्री से अपनी सहमति जताते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि 400 बेड के अस्पताल का काम जल्द से जल्द शुरू किया जाए। केंद्रीय मंत्री ने गुरुग्राम में रोज हो रही तोड़फोड़ के विषय को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाते हुए कहा कि अवैध कॉलोनियों को नियमित किया जाए और नई अवैध कॉलोनियों को विकसित ना होने दिया जाए। उन्होंने कहा कि गुड़गांव में रोजाना तोड़फोड़ दस्ता मकानों को तोड़ रहा है इसलिए जिन कॉलोनियों में आबादी बस चुकी है उन्हें वैध कर दिया जाए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस विषय पर कहा कि प्रदेश सरकार हाउस फॉर ऑल के अंतर्गत योजनाओं को ला रही है और अवैध कॉलोनियों पर लगाम लगाने का कार्य तेजी से कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध कॉलोनियों को नियमित करने के लिए सर्वे का कार्य किया जा रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने ओल्ड गुड़गांव को मेट्रो से जोड़ने की वकालत करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। इस विषय पर केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी से मुख्यमंत्री व मैं स्वयं मिला था और आने वाले दिनों में एक बार फिर मिलकर केंद्र सरकार की ओर से इसे हरी झंडी दिखवाने का काम करेंगे। राव ने कहा कि ओल्ड गुड़गांव को मेट्रो से जोड़ना अति आवश्यक है ताकि लोगों को सार्वजनिक यातायात की सुविधा मिल सके। केंद्रीय मंत्री ने बरसाती पानी निकासी के मुद्दे पर जीएमडीए की बैठक में कहा कि मानसून के दौरान गुरुग्राम में जलभराव के मामले आए थे । उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे शहर के जलभराव को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाएं ताकि आने वाले दिनों में मानसून के पानी को सहेजने का काम हो सके और लोगों को राहत मिल सके।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बड़े-बड़े बिल्डरों व हाउसिंग सोसायटी ने लाइसेंस लेने के बाद रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का कार्य नहीं किया है जबकि लाइसेंस की शर्तों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग को लगाना अनिवार्य है।

राव ने कहा कि जिन बिल्डरों ने वह हाउसिंग सोसायटी ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग नहीं लगाए हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने गुरुग्राम में नया बस स्टैंड बनाने, वजीराबाद खेल स्टेडियम का काम शीघ्र शुरू करने व सर मैं मल्टीपार्किंग का शीघ्र निर्माण करने जैसे मुद्दों को बैठक में उठाया।

ईको ग्रीन कंपनी पैसा कमाने के साथ शर्तों को भी पूरा करें करें – राव इंद्रजीत
गुरुग्राम। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने गुरुग्राम में कूड़ा उठा रही है कंपनी इकोग्रीन को नसीहत देते हुए कहा है कि वह पैसा कमाने के साथ-साथ जनहित के काम में भी अपना ध्यान लगाएं। राव ने कहा कि सरकार का उद्देश्य लोगों की भलाई करना है इसलिए इको ग्रीन कंपनी कूड़े के माध्यम से लोग होने वाली परेशानियों के बारे में भी सोचे और सरकार द्वारा तय की गई शर्तों के अनुसार उनका समाधान भी करें। केंद्रीय मंत्री ने यह बात शुक्रवार को 117 करोड की लागत से बनने वाले गुरुग्राम नगर निगम कार्यालय के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहां की आज मुख्यमंत्री के द्वारा ईको ग्रीन कंपनी द्वारा बनाए जा रहे वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का शिलान्यास किया है यह हर्ष का विषय है । राव ने कहा कि मुझे खुशी हो रही है इस एनर्जी प्लांट के शुरू होने की , वहीं चिंता भी सता रही है वर्तमान में 2000 टन कूड़े का उठान गुरुग्राम में हो रहा है और 50 प्रतिशत कूड़ा ही इस प्लांट के माध्यम से खर्च किया जा सकेगा। उन्होंने अपनी चिंता से अवगत करवाते हुए मुख्यमंत्री को बताया कि आने वाले दिनों में गुरुग्राम के कूड़े का भार और अधिक बढ़ेगा लेकिन एनर्जी प्लांट की सीमा तय होने के कारण कूड़े का ढेर गुरुग्राम में ऊंचा होता जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 3 साल पहले लगने वाले इस प्लांट को लगाने की प्रक्रिया तो शुरू हो गई है। लेकिन वे चाहते हैं कि इसकी क्षमता को और अधिक बढ़ाया जाए ताकि अधिक से अधिक कूड़े का उपयोग बिजली को बनाने में हो सके।

बनवारी गांव के आसपास के गांवों के लोगों की चिंता से मुख्यमंत्री को अवगत करवाते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि कंपनी द्वारा उपाय न करने के कारण कूड़े से रिसता केमिकल युक्त पानी अब भूमिगत जल में जाकर मिलना शुरू हो गया है जिसके चलते गंभीर बीमारियों के पैदा होने का खतरा भी सता रहा है। कंपनी को नसीहत देते हुए कहा कि पैसा कमाना उद्देश्य होना चाहिए लेकिन सरकार की शर्तों को भी पूरा करना कंपनी का दायित्व है । उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कंपनी शर्तों का पालन करें यह उन्हें ध्यान में रखना चाहिए और इन शर्तों का पालन भी करवाना चाहिए।

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