-अयांश के लिए 16 करोड़ रुपये की वैक्सीन में कैनविन के भी रहे प्रयास -दिल्ली एम्स में लगाई गई है वैक्सीन गुरुग्राम। एसएमए नामक बीमारी से पीडि़त 20 माह के बच्चे अयांश मदान को 16 करोड़ रुपये की वैक्सीन लग गई है। नई दिल्ली एम्स में उसे यह वैक्सीन लगाई गई है। इस वैक्सीन के लिए फंड जुटाने में कैनविन फाउंडेशन का भी अहम योगदान रहा। लोगों को क्राउड फंडिंग के लिए जागरुक करने के साथ व्यक्तिगत तौर पर भी फंड फाउंडेशन की ओर से जुटाया गया। अयांश के अभिभावकों ने वैक्सीन लगने के बाद कहा कि-थैंक यू कैनविन। कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक डा. डीपी गोयल एवं सह-संस्थापक नवीन गोयल ने कहा कि कैनविन का यही प्रयास रहता है कि हर किसी तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचे। बालक अयांश को लगने वाली दवा की कीमत 16 करोड़ रुपये थी। किसी एक व्यक्ति, परिवार के बस से बाहर की यह बात थी। इसलिए 16 करोड़ रुपये जुटाने को देश की जनता से अपील की गई। कैनविन ने अयांश को वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. राजेश जैन से भी दिखवाया। उन्होंने भी इस बीमारी का उपचार 16 करोड़ रुपये की वैक्सीन ही बताया। उसके बाद यह धन जुटाना सबके लिए बड़ी चुनौती थी। फिर भी सोशल मीडिया, मीडिया व अन्य माध्यमों से अयांश के लिए अधिक से अधिक और जल्द से जल्द दान करने की लोगों से अपील की गई, ताकि उसे वैक्सीन लग सके। उन्होंने कहा कि अब अयांश के लिए 16 करोड़ रुपये की दवा भारत पहुंची और दिल्ली एम्स में उसे लगाई गई। यह परिवार और हम सबके लिए खुशी की बात है कि सबके प्रयासों से इतना बड़ी रकम इक_ी हो सकी। नवीन गोयल ने कहा कि कैनविन फाउंडेशन चिकित्सा के क्षेत्र में हर एक व्यक्ति की मदद को दिन-रात तैयार रहता है। आमजन की मदद के लिए ही फाउंडेशन ने शहर में अपनी तीसरा पॉलीक्लीनिक राजेंद्रा पार्क में शुरू किया है। वे लोगों की सेहत की चिंता करते हैं। गुरुग्राम में पर्यावरण भी खराब रहता है। यहां वाहनों की संख्या बहुत अधिक हो चुकी है। स्वाभाविक है कि वाहनों से निकलने वाला धुआं भी पर्यावरण को प्रभावित करता ही है। इसलिए हम सबका यह कर्तव्य बनता है कि अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए अपने स्तर पर प्रयास करें। कैनविन फाउंडेशन जनजागरण के लिए सदैव कार्यरत रहता है। इसके अलावा जमीनी स्तर पर भी काम करता है। Post navigation इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर आमजन में जागरूकता लाने के लिए गुरुग्राम में 11 दिसंबर को आयोजित होगा रोड शो देश प्रेम भी पैदा करती हैं कवियों की रचनाएं: नवीन गोयल