लिटिल इंडिया होने के साथ साथ गुरुग्राम की भूमि अवसरों की भूमि है : श्री दुष्यंत चौटाला, उपमुख्यमंत्री

गुरुग्राम, 05 दिसम्बर। उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने आज कहा भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद द्वारा संविधान निर्माण, विकसित शिक्षा पद्दति व देश की एकता व अखंडता की मजबूती के लिए दिया गया उनका योगदान अमूल्य है।जिसको किन्ही अर्थों में भुलाया नही जा सकता। वे आज देर शाम भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती पर प्रवासी एकता मंच की ओर से आयोजित भोजपुरी महाकुंभ कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम गुरुग्राम के सेक्टर-38 स्थित ताऊ देवीलाल स्टेडियम में आयोजित किया गया था।

उपमुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ राजेन्द्र प्रसाद के सपनों को सही अर्थों में पूरा करने का कार्य यदि किसी शहर ने किया है तो वो गुरुग्राम है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम अवसरों की भूमि है। इसके किसी भी कौने में आप चले जाएं आपको जीवनयापन के अवसर हर जगह उपलब्ध रहेंगे। पिछले 20 सालों में इस शहर ने जितनी ग्रोथ की है वह अन्य राज्य के प्रमुख शहरों व उनकी राजधानियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत है।

दुष्यंत ने कहा कि गुरुग्राम को मिलेनियम सिटी बनाने में आप सभी प्रवासी भाइयों का भी अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि पहले लोग दिल्ली को लिटिल इंडिया कहते थे लेकिन आज अगर कोई लिटिल इंडिया देखना चाहता है तो गुरुग्राम उसका प्रमुख उदाहरण है। आज यहां हर प्रदेश की संस्कृति को जीवित रखने का कार्य प्रमुखता से किया का रहा है।

इस अवसर भाजपा के लोकसभा सांसद मनोज तिवारी, जजपा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अंतराम तंवर, जजपा के जिला अध्यक्ष ऋषिराज राणा, जजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सूबे सिंह बोहरा, प्रवासी एकता मंच के अध्यक्ष सतेंद्र सिंह सहित संस्था के सभी सदस्य प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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