दिल्ली में कार्यरत एसीपी के बेटे को गुरुग्राम के पेट्रोल पंप पर जान से मारने का प्रयास ।मेदांता हॉस्पिटल में मौत से लड़ रहा जंग।गुरुग्राम पुलिस पेट्रोल पंप मालिक के रसूख के चलते अपराधियों को बचा रही। अशोक कुमार निर्भय गुरुग्राम। राजधानी दिल्ली से सटा गुड़गांव वैसे तो बिजनिस कैपिटल है लेकिन ऊँची बिल्डिंगों और मल्टी नेशनल कंपनियों की चकाचौंध में यह हरियाणा का बिजनिस कैपिटल कमिश्नरी व्यवस्था के बाद भी अपराध का गढ़ बना हुआ है। वाहन चोरी,डकैती,फिरौती के साथ छीना झपटी और रोड रेज की घटनाओं में कई लोग अपनी जाने गँवा चुके हैं ? ताज़ा मामला गुरुग्राम का है जहाँ गुरुग्राम के सेक्टर 40 स्थित भारत पेट्रोलियम पैट्रोल पम्प पर पैट्रोल पम्प पर काम करने वाले व असामाजिक गुंडा तत्वों ने किसी आम नागरिक की जान लेने की कोशिश केवल इसलिए की जो अपना फ़ोन चार्ज करना चाहता था। वाकया गुरुग्राम जैसे मल्टीनेशनल कंपनियों और डिस्कों से भरे शहर का क्यों ना हो लेकिन गुरुग्राम अब क्राइम कैपिटल बनता जा जा रहा है। यहाँ दिल्ली में कार्यरत सहायक पुलिस आयुक्त एम. एल. मीना के बेटे मुकेश सेहरा पर पैट्रोल पम्प पर गुंडों ने बेहरमी से रॉड ओर डंडो के साथ हत्या के इरादे से इस कदर हमला बोला कि आज वह मेदांता अस्पताल में अपनी मौत और जिंदगी की जंग लड़ रहा है। दरसल मुकेश गुरुग्राम में ही एक कंपनी इंजीनियर इंडिया- आर एंड दी कॉम्प्लेक्स में ही बतौर मैनेजर कार्य कर रहा था और 26 तारीख की रात वही पास में ही नेशनल हाइवे – 8 पर ही ट्रेंस कैफे में अपने एक सहयोगी मित्र के साथ डिनर करने गए थे वापिस आने पर वह कुछ भूल गए जिस वजह से वह कैफे वापिस गए और कैफे बंद होने कारण जब वापिस आये तो उनकी गाड़ी की चाबी भी खो गई थी जिसकी वजह से वह ओर उनका मित्र दोनों के मोबाइल की बैटरी भी खत्म हो गई थी जिस की वजह से इस गुरुग्राम के सेक्टर- 40 के भारत पैट्रोलियम के पैट्रोल पम्प पर अपने मोबाइल चार्ज के लिये आग्रह किया लेकिन यही उन्हें भारी पड़ गया मोबाईल तो चार्ज नही हुआ उल्टा इस पर वही काम करने कर्मियों ने जानलेवा हमला कर दिया और लाठी, डंडो, रॉड ओर एक ने अपने हाथ मे पहने स्टील के कड़े से प्रहार कर दिया जिसकी वजह से मुकेश के नाक सिर और अन्य जगहों पर गंम्भीर चोट आई जिसके कारण आज वह ज़िंदगी ओर मौत के बीच जूझ रहा है। तस्वीरों में साफ देख सकते हैं पट्रोल पम्प के गुंडों ने गुंडागर्दी और अपराध का सफाया करने वाली खट्टर सरकार के दावों की पोल खोल कर रख दी है। जहाँ इस पैट्रोल पम्प पर इस घटना को अंजाम दिया गया एकाएक कई लोग टूट पड़े और ताबड़ तोड़ रॉड ओर डंडो से पीटते रहे जब तक वह पूरी तरह से बेहोश नही हो गया और सीसीटीवी फुटेज में यह पूरी घटना रिकार्ड हो चुकी है। बावजूद इसके गुरुग्राम पुलिस अभी तक पट्रोल पम्प मालिक के रसूख के चलते जानलेवा हमला करने वालों को गिरफ्तार करने की बजाये बचाने में जुटी है ? बजाय इस तरह से पेट्रोल पम्प पर गुंडे रखने की जांच करने के पुलिस क्यों चुप है। आखिर इस बात का जवाब ना पुलिस प्रशासन के पास है और ना सरकार के पास इसलिए गुरुग्राम में गुंडों के हौसले सरकार के झूठे दावों से ज्यादा बुलंद हैं ? Post navigation 1 वर्ष पूरा होने पर बनाए पदाधिकारी गुड़गांव भाजपा ने सिंधु बॉर्डर पर हुई संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक