कितलाना टोल पर धरने के 342वें दिन सरकार की सुस्ती पर किसानों ने जताई नाराजगी

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

3 दिसम्बर,केंद्र सरकार की हठधर्मिता और लचर रवैये से किसान आंदोलन लंबा खींचता चला जा रहा है। यह बात सांगवान खाप के बिरही 22 के कन्नी प्रधान राजसिंह बिरही ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि सरकार ने बेशक तीन काले कानून रद्द कर दिए हों लेकिन बाकी मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा से बातचीत के लिए आगे नहीं बढ़ रही है जो उसकी सोच दर्शाता है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को साल बीत गया है ऐसे में सरकार को अविलंब बाकी मसले सुलझाने चाहिए।

कितलाना टोल पर महान क्रान्तिकारी खुदीराम बोस की 132वीं जयंती पर उन्हें याद किया तथा श्रद्धासुमन अर्पित किये गए। इस मौके पर धरनारत किसानों को संबोधित करते हुए रिटायर्ड कर्मचारी संघ के शब्बीर हुसैन ने कहा कि खुदीराम बोस महान स्वतंत्र सेनानी थे जिन्हें 18 साल की अल्पायु में मुज्जफरपुर जेल में 1908 में फांसी तोड़ा गया था।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल पर चल रहे धरने के 342वें दिन सांगवान खाप से नरसिंह सांगवान डीपीई, सर्वजातीय श्योराण खाप से बिजेन्द्र बेरला, किसान सभा से  महाबीर धनाना, चौ० छोटूराम डा० अम्बेडकर मंच से बलबीर सिंह बजाड़, युवा कल्याण संगठन से सुभाष यादव, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से शब्बीर हुसैन, महिला किसान मोर्चा से रतनी डोहकी, प्रेम शर्मा कितलाना ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की।

उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा वट वृक्ष की उपाधि से अलंकृत रानीला वासी 93 वर्षीय प्रसिद्ध डॉक्टर रणधीर सिंह सांगवान, जिनके पूर्वज कितलाना रहते थे, टोल पर आंदोलनकारियों से रूबरू होंगे।

इस अवसर पर कामरेड ओमप्रकाश,सांगवान कन्नी प्रधान सुरजभान झोझू, सुरेन्द्र कुब्जानगर, राजू मान, रणधीर घिकाड़ा, जागेराम डीपीई, चंद्र सिंह पैंतावास, पृथ्वी सिंह नम्बरदार, जगदीश हुई, देशराम भाण्डवा, भोलू खान, दिलबाग ढुल, नरेन्द्र धनाना, रामानन्द धानक, ईश्वर धानक कौट, सत्यवान कालूवाला, जयपाल जांगड़ा, रमेश शर्मा, ओमप्रकाश प्रजापति, सुबेदार सतबीर सिंह, समुन्द्र सिंह धायल, नन्दलाल अटेला, परमजीत फतेहगढ़ व लीला रासीवास इत्यादि शामिल थे।

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