– योजना को सफल बनाने के लिए उपायुक्तों को मिशन मोड में काम करने के दिए निर्देश।

गुरूग्राम, 1 दिसंबर। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों को साथ लेकर चंडीगढ़ मुख्यालय से उपायुक्तों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग बैठक की और उन्हें मिशन मोड में काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे इस भावना से काम करें कि उनके जिला में कोई भी परिवार एक लाख रूप्ये वार्षिक आय से नीचे ना रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित और सशक्त बनाना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के साथ-साथ सरकार की कल्याणकारी नीतियों का लाभ समाज के गरीब परिवारों तक पहुंचाने के लिए योजना के तहत विशेष मेलों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने अब तक आयोजित किए गए दो मेलों के दौरान उपायुक्तों के रहे अनुभव तथा उनकी शंकाएं पूछते हुए उनसे सुझाव भी लिए। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि प्रदेश में पहली बार किए जा रहे इस प्रयोग को सफल बनाना है। इसके लिए मेले से पहले चिन्हित गरीब परिवारों के घर पर प्रशासन की तरफ से टीम जाए और उनकी काउंसलिंग करते हुए उन्हें योजनाओं के बारे में जानकारी दें ताकि वे अगले दिन मेले में अपनी रूचि के अनुसार परिवार की आय बढ़ाने के लिए योजना का चयन कर सकें।

उपायुक्तों और अन्य अधिकारियों से प्राप्त प्रतिक्रिया के आधार पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मेलों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं और इन मेलों को और अधिक सफल बनाने तथा प्रत्येक पात्र परिवार की वार्षिक आय 1.80 लाख तक बढ़ाने के लिए मिशन मोड पर काम करें।

 -मेले से पूर्व घर-घर जाकर काउंसलिंग पर किया जाए फोकस

 मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इन मेलों में लाभार्थियों की अधिक से अधिक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए मेेले से एक दिन पहले व्यक्तिगत परामर्श के लिए प्रशासन की टीम प्रत्येक पात्र परिवार के घर जाए। परामर्श टीमों का उचित प्रशिक्षण भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि इन मेलों में आने के लिए संदेश सबसे पहले परिवार के युवा सदस्यों को भेजा जाए, उसके बाद 60 वर्ष से कम आयु के सदस्यों, तत्पश्चात 60 वर्ष आयु या इससे ऊपर के सदस्यों को भेजा जाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर परिवार के युवा सदस्य इन मेलों में भाग लें।

 -आय सत्यापन का कार्य ध्यान से किया जाए

 मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र परिवारों को ही प्राप्त हो और रोजगार के अवसर मिलें, इसके लिए हर परिवार का आय सत्यापन बड़ी बारीकी और ध्यान से किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने एकल परिवार आई.डी. और विभाजित हुए परिवारों की आई.डी. के डाटा को रिकॉर्ड करने के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे परिवारों का आय सत्यापन एक माना जाए और इस डाटा का कार्य उचित तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि मैनुअल और ऑनलाइन प्रोफार्मा के डाटा का ठीक से मिलान किया जाना सुनिश्चित करें।

 – उपायुक्तों को निजी संस्थाओं में रोजगार की संभावनाएं तलाशनी चाहिए

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ जिलों में जहां निजी संस्थाओं में वर्कफोर्स की आवश्यकता है, ऐसी जगहों पर उपायुक्तों को निजी संस्थाओं में वर्कफोर्स की आवश्यकताओं को भेजने की संभावनाएं तलाशनी चाहिए।

-एमएमएपीयूवाई के तहत सत्यापित पात्र परिवारों को इन मेलों के लिए आमंत्रित किया गया

 बताया गया कि एमएमएपीयूवाई के तहत परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) से सत्यापित डाटा के अनुसार इन मेलों में पात्र परिवारों को आमंत्रित किया जा रहा है।

 इस अवसर पर मुख्यालय पर मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के नवनियुक्त मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी. एस. ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी. उमाशंकर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल उपस्थित रहे जबकि इस दौरान गुरूग्राम में मंडलायुक्त  राजीव रंजन, उपायुक्त डा. यश गर्ग, अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा , अग्रणी जिला प्रबंधक प्रहलाद राय गोदारा, मुख्यमंत्री की सुशासन सहयोगी सुखदा, नगर निगम से महेन्द्र उपस्थित थे।

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