सुरेश पंचोली

सीएम मनोहर लाल हरियाणा में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर असमंजस में हैं। कृषि मंत्री जेपी दलाल ने अपनी पैरवी डिप्टी सीएम बनाने के लिए की हुई है, वहीं सीएम, रणबीर गंगवा को बनवाना चाहते हैं। इस मामले को लेकर पेंच फस गया है। रणबीर गंगवा को डिप्टी सीएम बनाकर ओबीसी कोटे से बनने वाले सीएम के प्लान को कमजोर करना चाहते हैं सीएम। संघ का बड़ा धड़ा चाहता है ओबीसी कोटे से सीएम। उसी की काट में सीएम की तरफ से किया जा रहा कृषि मंत्री जेपी दलाल को आगे।

दूसरी तरफ जिन मंत्रियों का पत्ता कटना है- उनमें कमलेश ढांडा, संदीप सिंह ओपी यादव और रणजीत चौटाला का नाम है। ओपी यादव को बचाने के लिए राव इंद्रजीत मैदान में कूद गए हैं। सीएम की पसन्द हैं अभय यादव। राव इंद्रजीत ने दौड़ाए अपने घोड़े। हो सकते हैं सफल।

दोनों के बीच बात नहीं बनी तो लग सकती है लक्षण यादव की लॉटरी। सांसद कृष्णपाल गुज्जर चाहते हैं कि सीमा त्रिखा की जगह बने दीपक मंगला मंत्री और मूलचंद शर्मा को बनाया जाए स्पीकर।

जेजेपी कोटे से बनने वाले देवेंद्र बबली के नाम पर सुभाष बराला ने रोड़ा अटका दिया है। ऐसे में लग सकती है अमरजीत ढांडा की लॉटरी। वहीं दुष्यंत की तरफ से सुझाव दिया गया है कि सुभाष बराला को टोहाना से होगी जीत में मुश्किल, वो सीट बदल कर फतेहाबाद से लड़े चुनाव।

दूसरा पेंच अग्रवाल कोटे से बनने वाले मंत्री को लेकर भी उलझ गया है। सीएम जहां एक तरफ विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता की पैरवी ये कहते हुए कर रहे हैं कि सीनियर नेता हैं और ये इनकी अंतिम पारी है, इसलिए इन्हें मंत्री बनाया जाए, वहीं संघ की तरफ से असीम गोयल और दीपक मंगला का नाम सुझाया गया है। इस बात को लेकर सीएम व संघ में बढ़ गया है तनाव।

ताजा जानकारी के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार 5 दिसंबर के बाद और 8 दिसंबर तक होने की प्रबल संभावना है।