1 दिसम्बर 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने रेवाड़ी के सरकुलर रोड़ पर वन-वे यातायात चलाने के पुलिस के निर्णय को तुगलकी बताया जिससे आमजनों को व्यर्थ की परेशानी व सरकुलर रोड़ के अंदर के बाजारों में अनावश्यक भीड़ बढऩे से लोग और परेशान होंगे। विद्रोही ने कहा कि इससे पहले रेवाडी पुलिस व प्रशासन दोबार ऐसा निर्णय पहले भी सरकुलर रोड पर वन-वे वाहन चलाकर कर चुका है और वह प्रयोग औंधे मुंह गिर चुका है। अब एकबार फिर उसी फेल प्रयोग को एक सप्ताह के लिए फिर से दोबारा दोहराना समय की बर्बादी व आमजनों को परेशान करने की सनक के सिवाय कुछ नही कहा जा सकता। इस निर्णय से 100 से 200 फुट की दूरी तय करने वाले नागरिकों को भी अपने गंतव्य तक पहुंचने में 4 से 5 किलोमीटर तक का चक्कर लगाना होगा जिससे जहां पैट्रोल-डीजल व्यर्थ जलेगा वहीं प्रदूषण भी ज्यादा फैलेगा। 

विद्रोही ने कहा कि रेवाड़ी का सरकुलर रोड़ इस स्थिति में नही है कि उसे यातायात के लिए वन-वे किया जा सके क्योंकि इस सरकुलर रोड़ से अन्य स्थान पर जाने के लिए पूरा चक्कर काटने के अलावा कोई अन्य विकल्प नही है। प्रशासन को सरकुलर रोड़ का यातायात वन-वे करने का तुगलकी निर्णय करने की बजाय इस रोड़ के चौराहों पर यातायात बत्तीया व ज्यादा यातायात पुलिसकर्मी व होमगार्ड की व्यवस्था करनी चाहिए। पूरे सरकुलर रोड़ पर चौराहों पर क्या तो बत्तीया नही है और यदि है तो फंकश्नल नही। वहीं चौराहों पर जो यातायाता पुलिसकर्मी या होमगार्ड खड़े रहते है, वे यातायात का संचालन करने की बजाय क्या तो आराम से बैठे रहते है या वाहनों से कैसे पैसा लिया जाये, इस पर जुटे रहते है। वहीं सरकुलर रोड़ पर हर तरफ अतिक्रमण है, जिससे यातायाता में असुविधा होती है किन्तु प्रशासन ऐसे अतिक्रमण को हटाने के गंभीर प्रयास नही करता है। 

विद्रोही ने कहा कि सरकुलर रोड़ पर बैंकों, अस्पतालों की भरमार है, पर कहीं भी इनमें पार्किग की व्यवस्था नही है जिससे सडक़ पर वाहनों की पार्किंग से यातायात प्रभावित होता है। सवाल उठता है कि प्रशासन सरकुलर रोड़ पर यातायात सुगम करने के लिए यहां उचित पार्किग की व्यवस्था क्यों नही करता? प्रशासन को सरकुलर रोड़ पर सूचारू रूप से यातायात चलाने की व्यवस्था करने के लिए जो आवश्यक कदम उठाने चाहिए, वह तो उठाता नही उल्टे वन-वे यातायात करके आमजनों की परेशानी को और बढ़ा रहा है। विद्रोही ने जिला प्रशासन व पुलिस से आग्रह किया कि वे सरकुलर रोड़ पर वन-वे यातायात करने के तुगलकी फैसले को वापिस लेकर यातायात को सुगमता से चलाने के लिए चौराहों पर बत्तीया, पुलिसकर्मीयों की संख्या बढ़ाने, सरकुलर रोड़ पर उचित पार्किग व्यवस्था करने व सडक़ों पर अतिक्रमण हटाने जैसे आवश्यक कदम उठाये। 

error: Content is protected !!