कितलाना टोल के धरने पर 339वें दिन सरकार को घेरने की रणनीति पर विचार

चरखी दादरी जयवीर फोगाट 

30 नवंबर,संसद ने बेशक तीनों काले कानून रद्द कर दिए हों लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा की बाकी मांगों को लेकर सरकार ने अपना रुख अभी स्पष्ट नहीं किया है इसलिए मोर्चा जल्द ही अपनी आगामी रणनीति की घोषणा करेगा। यह बात श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा की संसद में सरकार का रुख देखने के बाद 01 दिसंबर को मोर्चे की बैठक होगी जिसमें आंदोलन की आगामी रूपरेखा तय की जाएगी।

किसान नेता बलबीर बजाड़ ने कहा कि सरकार को अविलंब एमएसपी को लेकर घोषणा करने के साथ आंदोलन में शहादत देने वाले किसानों को आर्थिक सहायता देने वह उनके परिजनों में से एक को स्थाई रोजगार देना चाहिए। उन्होंने आंदोलन के दौरान बने सभी मुकदमे निरस्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि बिजली संशोधन अधिनियम 2020-21 बड़ा घातक है इसलिए इसे वापस लिया जाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसान- मजदूरों के दबाव के कारण अहंकार में भरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झुकना पड़ा है लेकिन अभी लड़ाई बाकी है और बाकी मुद्दों पर भी सरकार को किसान- मजदूरों की बातों पर गौर करना पड़ेगा।

कितलाना टोल पर धरने के 339वें दिन सांगवान खाप से रणधीर सिंह घिकाड़ा, श्योराण खाप से बिजेंद्र बेरला, जाटू खाप से मास्टर राजसिंह जताई, चौ० छोटूराम डॉ० भीमराव अंबेडकर मंच से गंगाराम श्योराण, पंवार खाप से रामेश्वर, दिलबाग ढुल, महिला नेत्री फुला देवी, कमला कितलाना ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। मंच संचालन सुखदेव पालवास ने किया। श्योराण खाप से प्रधान बिजेंद्र बेरला ने अम्बाला से साईकल यात्रा पर निकले संजय शर्मा का टोल पर पहुंचने पर पगड़ी पहनाकर स्वागत किया।

इस अवसर पर महाबीर रानीला, बलवन्त, दयानंद, जगदीश, मास्टर महाबीर, श्रीचंद, मास्टर अत्तर सिंह, बलबीर, ओम सिंह पूर्व सरपंच, कर्ण सिंह, रमेश वर्मा, अब्दुल खान, जयसिंह, राजवीरेंद्र, जयपाल सिंह, मंगल सिंह इत्यादि मौजूद थे।

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