राज्यपाल ने कहा हमारे देश का संविधान पवित्र ग्रंथ के समान. सभी नागरिक देश के संविधान को पढ़ें , इसकी रक्षा भी करें फतह सिंह उजालागुरूग्राम । राज्यपाल महामहीम बंडारू दत्तात्रेय ने गुरूग्राम में आयोजित एक कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी। यह कार्यक्रम गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि हमारे देश का संविधान पवित्र ग्रंथ के समान है और इसका सभी को पालन करना चाहिए। यदि सभी संविधान का पालन करेंगे तो हमारा प्रजातंत्र आगे बढ़ेगा और हमारे देश की समस्याएं आसानी से हल होंगी। सभी नागरिक देश के संविधान को पढ़ें , इसकी रक्षा करें और अमल करें, यही बाबा साहिब डा. भीमराव अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। राज्यपाल ने कहा हमारा संविधान बहुमूल्य है। डा अंबेडकर के नेतृत्व में संविधान सभा ने विश्व के देशों के संविधान का अध्ययन करने उपरांत हमारे देश का अच्छा संविधान तैयार किया। लघु सचिवालय में मनाया गया संविधान दिवसगुरूग्राम जिला प्रशासन द्वारा संविधान दिवस मनाया गया। इस दौरान डीसी डा. यश गर्ग ने सभी लघु सचिवालय स्थित सभागार में उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों को भारत के संविधान की प्रस्तावना पढ़कर सुनाई। इस अवसर पर उनके साथ नगराधीश सिद्धार्थ दहिया भी थे। डा. गर्ग ने कहा कि हर भारतीय नागरिक के लिए आज का दिन बेहद खास होता है क्योंकि आज ही के दिन 1949 में भारतवर्ष में औपचारिक रूप से संविधान को अंगीकार किया था। यह संविधान ही है जो हमें एक आजाद देश का आजाद नागरिक की भावना का अहसास करवाता है। जहां संविधान के दिए मौलिक अधिकार हमारी ढाल बनकर हमें हमारा हक दिलाते हैं, वहीं इसमें दिए मौलिक कर्तव्य हमें हमारी जिम्मेदारियां भी याद दिलाते हैं। देश के संविधान की रचना बाबा साहिब भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा की गई थी जिसमें देशवासियों ने भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए सभी नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार , अभिव्यक्ति , विश्वास , धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त करवाने व देश की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए संविधान को अंगीकृत किया। उल्लेखनीय है कि भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है। इसेे तैयार करने में 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन का समय लगा। गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था। सरकार ने 19 नवंबर 2015 को राजपत्र अधिसूचना की सहायता से 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया। Post navigation ज़िला विधिक सेवाएँ प्राधिकरण ने मनाया संविधान दिवस नज़दीक वर्धमान हॉस्पिटल सेक्टर 5 मैं रोज़ाना पीना का लाखों लीटर पानी हो रहा है बर्बाद