सिख समाज के लोगों ने दिखाया साहस, गाडी पलटने के बाद नाले में तुरंत कूद कर व्यक्ति को निकाला बाहर।

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल । आज जिला प्रशासन की लापरवाही की भेंट चढ़ा एक और बेकसूर की छलक नाले में गाड़ी सहित गिरने की वजह से गई जान। गाड़ी सहित नाले में गिरने एक व्यक्ति की मौत हो गई। गंदे नाले में गिरे मूल रूप से धौलेड़ा के निवासी है जो हाल आबाद पाटन में रहते थे।गंदे नाले में गिरने वाले कार सवार की मौत हो गई। मृतक 13 दिसंबर को परिवार में किसी की शादी थी उसकी खरीदारी के लिए नारनौल आया था ।

इस घटना में सिख समाज के लोगों की भूमिका पर भूरी भूरी प्रशंसा हो रही है। उन्होंने साहस दिखाकर छलक नाले में गाडी पलटने के तुरंत बाद आनन-फानन में अपनी जान की परवाह किए बिना नाले में कूद कर व्यक्ति को निकाला बाहर।

प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप अगर समय रहते पहुंच जाती एंबुलेंस तो बच सकती थी मृतक की जान। वहीं परिजनों का आरोप अगर जिला प्रशासन की तरफ से नाले पर सुरक्षा के लिए अगर दीवार बनाई गई होती तो नहीं होता यह हादसा।

वीरवार दोपहर शहर के बीच छलक नदी जो अब शहर के गंदे नाले में तब्दील हो चुकी में एक गाड़ी मोड़ते समय गिर गई। जिसमें मौजूद व्यक्ति को आसपास के स्थानीय निवासियों जिसमें सिख समाज के लोगों की भूमिका अहम रही की मदद से उसे बाहर निकाला गया। लेकिन व्यक्ति को जब अस्पताल ले जाया जा चुका तो व्यक्ति ने वहां दम तोड़ दिया। इस घटना ने नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए क्योंकि आए दिन मोटरसाइकिल या आदमी गिरने की घटना तो होती रहती हैं। आज तो गाड़ी ही गिर गई और उसमें सवार व्यक्ति की मृत्यु हो गई। गाड़ी समीपवर्ती राजस्थान के कस्बे पाटन की बताई गई है।

वहां पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी एवं परिजनों का यह कहना है कि अगर नगर परिषद की तरफ से इस सड़क नाले को कवर किया जाता है इसकी बाउंड्री बनाई गई होती तो शायद यह हादसा नहीं होता और इस व्यक्ति की जान बच जाती।

दयानंद सोनी पूर्व पार्षद पूर्व ग्रीविन्सिज सदस्य जिला महेन्द्रगढ़ का कहना है कि नारनौल शहर की बरसात के पानी के लिए छलक नदी से गंदगी वाला नाले में आज एक कार गिर गई है। वैसे काफी बार इस खुले और बदबूदार नाले की वजह से दुर्घटना घट चुकी है। यहाँ आसपास के रहने वाले लोगों का विभिन्न बिमारियों की वजह से बुरा  हाल है। यहाँ आसपास के लोगों की यदि ईमानदारी से डाक्टरी जांच करवाई जाए तो बहुत बड़ी संख्या में यहाँ रहेने वाले लोग असामान्य बिमारियों से ग्रस्त मिलेगे। ये बात में दावे से इसलिए कह रहा हूँ कि मैं इन लोगों में दुख सुख में साथ रहता हूँ।

उनका आरोप है स्थानीय विधायक एवं मन्त्री यहाँ के ठेकेदार से अप्रत्यक्ष रूप से चुप्पी साध कर मिले हुए लगते है। इस छलक नाले की उच्च स्तरीय जांच रुकवा रखी है। जबकि हमने और शहर के जागरूक लोगों ने मुख्यमंत्री एवं निकाय मन्त्री जी को काफी बार विभिन्न माध्यम से शिकायत कर रखी हैं । किन्तु जनहित भावना को नजरअंदाज किया जाना भविष्य के लिए यहाँ के जनप्रतिनिधि के लिए राजनितिक एवं नैतिक नुक्सान होगा।


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