सुबह प्रतिष्ठानों के खुलते ही आ धमके परिषद कर्मचारी व्यापारी वर्ग में रोष, बिना चेतावनी कर दी कारवाई भारत सारथी / कौशिक नारनौल । बुधवार सुबह जब दुकानदार वर्ग ने अपने प्रतिष्ठान खोल जैसे ही अपना सामान दुकानों के बाहर सड़कों पर अतिक्रमण करते सजाया , तभी कुछ समय बाद ही परिषद की ईओ पुलिस बल के साथ शहर को अतिक्रमण मुक्त करने निकल पड़ीं। दुकानदार वर्ग को जरा भी अंदेशा नहीं था कि आज अचानक परिषद का डंडा उनके सामान पर चलने वाला है । इस प्रकार परिषद की ईओ सुमन लता ने अपने कर्मचारियों के साथ पुलिस बल की मौजूदगी में पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के साथ लगती दोनों तरफ की दुकानों पर लगे अतिक्रमण को हटाने के हटाने के आदेश दे दिए । वही दुकानदार वर्ग ने इस कार्यवाही का विरोध किया और कुछ नोकझोंक भी हुई, लेकिन पुलिस बल के रवैया को देखते हुए दुकानदारों का गुस्सा ढीला पड़ गया । थाना प्रभारी युद्धवीर सिंह ने साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि शहर को जाम की स्थिति से बचाने के लिए अतिक्रमण को हटाना बेहद जरूरी है । क्योंकि महावीर चौक से लेकर पुलिस लाइन तक सड़क के दोनों ओर बनी दुकानों के मालिक अपनी दुकानों का सामान बाहर सड़क तक फैला देते हैं । वही रेहडी पटरी पर फल सब्जी आदि का व्यापार करने वाले लोग भी फुटपाथ पर अपना कब्जा जमा लेते हैं, इन हालातों के बीच ग्राहक जब खरीदारी करने इन दुकानों पर आता है तो अपने वाहन बेतरतीब से सड़क पर खड़ा कर देता है और दोनों और अतिक्रमण के चलते सड़क पर जाम के हालात बन जाते हैं । पुलिस प्रशासन शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए अतिक्रमण की कार्यवाही पर जोर दे रहा है । शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए अतिक्रमण पर कार्रवाई जरूरी है । वही ईओ सुमन लता ने कहा कि इन दुकानदारों के अनेकों दफा परिषद द्वारा चालान भी काटे जा चुके हैं और इन्हें चेतावनी भी दी जा चुकी है , लेकिन इनका रवैया जस का तस बरकरार है । अब नगर परिषद शहर को अतिक्रमण से मुक्ति दिलाने का अभियान शुरू कर चुकी है जो जब तक जारी रहेगा तब तक शहर अतिक्रमण से मुक्त नहीं मिल जाती है । Post navigation दबाव की राजनीति ने कर दिया कांग्रेस का बंटाधार बीडीपीओं सिहमा व ग्राम सचिव के खिलाफ अटाली की महिलाओं ने किया प्रदर्शन